पृष्ठ:शिवा-बावनी.djvu/३

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कृतज्ञता-प्रकाश
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श्रीमान् बड़ौदा नरेश महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ महोदय ने बम्बई के सम्मेलन में स्वयं उपस्थित होकर जो पांच सहस्र रूपये की सहायता सम्मेलन को प्रदान की थी उसी सहायता से सम्मेलन इस "सुलभ-साहित्य-मालम" के प्रकाशन का कार्य कर रहा है। इस "माला" में जिन सुन्दर और मनाग्म ग्रन्थ-पुष्पों का ग्रन्थन किया जा रहा है उनकी सुरभि से समस्त हिन्दी संसार सुवासित हो रहा है। इस "माला" के द्वारा जो हिन्दी साहित्य को श्रीवृद्धि हो रही है उसका मुख्य श्रेय श्रीमान् बड़ौदा-नरेश महोदय को है। श्रीमान् का यह हिन्दो प्रेम भारत के अन्य हिन्दी-प्रेमी श्रीमानों के लिए अनुकरणीय है।

निवेदक--

मन्त्री,

हिन्दी-साहित्य सम्मेलन,

प्रयाग।