पृष्ठ:श्रीभक्तमाल.pdf/१०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

श्रीभक्तमाल सटीक का सूचीपत्र । --


--- -- -m e m e .--- पूर २२६ २२७ १९५मारक २२९ वषय पृष्ठ | विषय दिलीपजी १९१ श्रीभृगुजी २२३ पदुजी .. १९१ श्रीदालभ्यजी मान्धाताजी श्रीअनिराजी । २२४ वदेहनिमिजी १९३ थीऋपिशृङ्गजी रद्वाजजी १९३ श्रीमाण्डव्यजी २२५ क्षजी १९४ श्रीविश्वामित्रजी रुजीश्रीभरिसेनजी १९४ श्रीदुर्वासाजी विस्वत मनुजी श्रीयाजवल्क्यजी, जावालिजी २२८ और मन्वन्तर श्रीयमदग्निजी २२८ रभङ्गजी श्रीकश्यपजी २२८ जियजी श्रीमार्कण्डेयजी, श्रीमायादर्शजी २२९ त्तानपादजी १९७ श्रीपार्वतीजी २२९ 'श्विर श्रीयाज्ञवल्क्यजी . १९७ श्रीपराशरजी मीकजी, श्रीपिप्पलादजी, . १९७ १८ महापुराण पप्पलाइनजी अठारह स्मृतियां । श्रीजयन्तीजी १९८ और उनके १८ कर्ता रीक्षितजी २०० | स्मृत्याचार्यों का वर्णन . २३२ हंस शुकदेवजी २०१ श्रीराम सचिव (भत्रिवर्ग) . २३३ ह्लादजी सुमन्त्रजी २३४ वीर श्रीहनुमानजी २०५ श्रीरामसहचरवर्ग २३४ र्जुनजी श्रीपृथुजी २०६ महावीर श्रीहनुमानजी २३५ करजी | श्रीअङ्गदजी २४० लिजी २०८ श्रीजाम्बवन्तजी इनिष्ठ भक्त २०१ श्रीनल और नीलजी २४१ । श्रीअगस्त्यजी ११ नबोंनन्दजी २४२ लस्त्यजी २१३ गोपवृन्द २४४ लहजी | श्रीयशोदाजी २४५ वनजी | रानी श्रीकीर्तिजी व श्रीवृषभानुजी रुवर्य श्रीवशिष्ठजी २४५ २१५ | श्रीसहचरियां; ग्वालमंडल . भरिजी २४५ श्रीब्रजचन्द्रजी के षोडश सखा ईमजी २४६ | सप्तद्वीप के भक्त त्रिजी व श्रीअनसूयाजी २४७ | जम्बूद्वीप के भक्त जिी २४० | श्वेतद्वीप के भक्त २२० अष्टकुलनाग स श्रीशुकदेवजी २२० इतिपूर्वार्द्ध मशजी २२१ कलियुगभक्तावली २५६ चाकजी २५७ २२२ वैष्णवचारोंसंप्रदाय २५८ २०३ २४१ rrrrrrrrrrr Marror तमजी