पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/११६

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। कारक कच्च कर्म-संप्रदान संबोधन (५ } इकरत एकवचन मुनि, मुनि ने। मुनि को हे मुनि बहुवचन सुनि, मुनियों ने सुनियो को हे मुनियो क कर्स-संप्रदान संबोधन क कर्म-संप्रदान संबोधन स्त्रीलिंग-संज्ञाएँ ( १ ) अकारांत बहिन, बहिन ने बहिनें, बहिनों ने बहिन को बहिनों को हे बहिन हे बहिनों (२) आकारांत { संस्कृत ) शाला, शाला ने शालाएँ, शालाओं ने शाला को शालाओं को हे शाला हे शालाओं ( ३ ) याकारांत ( हिंदी ) गुड़िया, गुड़ियों ने गुड़िया, गुड़ियो ने गुड़िया को गुड़ियो को हे गुड़िया हे गुड़ियो ४) इशांत देवी, देवी ने देवियों, देवियो ने देवी की। देवियो को हे देवियों (५) औकात गौ, गौ से गौएँ, गौओ ने कक्ष कर्म-संप्रदान संबोधन कर्म-संग्रदान साधन हे देवी । कत्त