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पृष्ठ:संगीत-परिचय भाग २.djvu/२९

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रे, ग, ध,कोमल और अन्य सब शुद्ध स्वर

आरोही-सरे॒ग॒ध॒ नीसं
अवरोही-संनीध॒ ग॒रे॒
आरोही-ससरे॒रे॒ग॒ग॒ममपपध॒ ध॒नीनीसंसं
अवरोही-संसंनीनीध॒ध॒पपममग॒ग॒रे॒रे॒सस
आरोही-सरे॒गरे॒ग॒मग॒मप मपध॒ पध॒नीध॒नीसं
अवरोही-संनीध॒नीध॒पध॒पमपमग॒ मग॒रे॒ग॒रे॒स
आरोही- ससरे॒रे॒रे॒ग॒ग॒ग॒मममपपपध॒ ध॒ध॒नीनीनीसं
अवरोही-संसंनीनीनीध॒ध॒ध॒पपपमममग॒ग॒ग॒रे॒रे॒रे॒स
आरोही- सरे॒ग॒मरे॒ग॒मपग॒मपध॒मपध॒नी पध॒नीसं
अवरोही-संनीध॒पनीध॒पमध॒पमग॒पमग॒रे॒ मग॒रे॒स
आरोही-सरे॒ग॒मपरे॒ग॒मपध॒ग॒मपध॒नीमपध॒नीसं
अवरोही-संनीध॒पमनीध॒पमग॒ध॒पमग॒रे॒पमग॒रे॒स