पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/१२०३

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( 12 ) अनिमी खरी किसानों के परमेक चरण: मारमा परमास ! मार्ग को सम्मा एक कार भोजपुषक [) इलाहो अपनी है। इनमयेक भी पोराकी पूषक भूचर मिनाले गरियो। मार मोही माना होगालो। मागम भरलारो प्रत्येक पाल पाल ऐनो सा-मामकामा बस। मेंमहर पाहे काही कामशक्ति सच्या माया लामो २x२xixixix३ मा होती पतलू मनमुरी भी मौके । ही पाट पाँचवर्णीम पारे V मास अरमाका श्रमो का है। या भी तो (नि) अर्गल मण्या २” मा A1civ हाहा।। TAO परतू पनि हक मंचास या विषयासो की बात | परि मृरी गिनि यि बोसो यहाँ तामा/गपतों की बिनिता मनस म. ग. है। पिपल, मामानणा बोर इमरत्नाकर म | मन मगाश सte अंशाप में सभापित विधी मी सया, उनका मामा चार स्थान, पर उनकी निकितना में किसी काम सोमबार त्रियों की निषित बामका मान कर मामी बिग वियं मए है। मामिट कामगि {Ij प्यावा यूप की । मुम्मा में कपों प्रमा प्रमुकर लियबाने परिका परमपमा । सा का पांवफ्ना नम। परन्तु यह सब रु. या श्री हनी सिम परिसिंघ नही मास्कोबा हम पहा IT कम सा मातमरखोरापा! कार बम गिरि सिया।। में नीलाम का मारू पाकर (मिमा पानी भी कहते। बारे मेवा का असल काना वाम- परि पहा मा मः। माह। • म. में ( IN असूनाम (0) म र पडीटी हाती धीमीती भी प्रीती। मागमत एतमे ॥ काम.rani भाई गतिम मिनियम मनुभाग म परित दिशामा यो म.न..। को निम्माफिल परिभाषाभो 4 गमा निविच नसलमामा बस्तानानाम् । बलं बाबमसबीर मनापास समासुमोमि परिपुरका का बहुषा माग छाप पर माई-बार बन पटकसार- ती पर पानी सरि गोमाराकी। अमित बन गएकी परिभाषापूसरी पनि च. प. य12.41 में गणिका बार पति--जब वह सब या कदाइरेसीयराट-मसाले वायो। मात्मवलम्प लिया। भाला हसा पाले में व सना हो और यो परिमामा माहारा कांता सास पोषक या गया-माळा) (चर) प्रकार की बीमारी का माहएष 10 मारतीला (जनविकार हाक, भाव, कामिन और परिमारतिर। गंगा । बीकी रचनाजी ना. गए है)। ब.स. 1948 "मोरचा