पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/२८१

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

हों। 4) का वाण मामय मा पत्राबाम+यन् पृचरे। मान एक हेग का सर . कलाम । पिरिs) i...पर+31 मा. हाम, मान लिनापसून चाट भार. पिण्मा। पाए | काहया एष्टना, बालमाया. पोखा । कांप Timi पन्नीरा' (पा और मालामालित : पाल ..ग, उकाव सम्प- राप के अन्नास शिविर लाभदाय का बरमायो (चामाया मां मनुष्य की बोगियो की मौत बाप करते है और नदी में पानी पर. २१। पनि पान | अप इनि | नि नाशिक (वि) स्ली। [" उबर मा गफ मूज कर पा रनरोभाल मबहार कालि निजी तो निश्चिम मेलम्सने बायपशि कापित रिविकोपर में चमका निrt प्रभुन she | अनुवार भरा रण। मामि पुत्र को खदेग | मरणित ! माप पानी मुषताए बिगतमा पनि प०१५.६। काय | काग | एक बाई जाति का 2 दर मा व्यपहार परकीय च मापोल -jini-) पंसा अन् ] भूरे रम का. मामा, म्नकारों का महगा, कपलग। सरसरम गण अपने करण। जाम् (वा.) आवाज का पान र पका हुने काप क -अन्न,JI कामंगा, डा : मन्नानकामार- ६५. १ (प्रय भए ताप अ) गल्काम : गले का हकमा १२ गनु12 30 पानापानलम- नई मनु. ५३ संद, अनुरार प्रेम पा पिषम भोपी का की ये बार नहेरी (मार्च में एक है. जयं मार अर्थ काप 5पयोग वाप्ति की कामलाल शर१४ कादेव : प्रथम तक प्रकार का म 1 दिया. मे, पान (eg पौराणिकता सार भार ही कामगाई - मायब मिमी का लकी पत्नी 18 ति है, जिन पर जनसभा को विष्णु युन कांक निषित अपनी नामो लिए चापति की धावाग्वना दुरंतो उन्होंने पानदेन थापता हो बिममै कि पिन का न्यान जी को मोर आम हो, पहो एक बातों में रामना का काम काम सती मो। कामदेव स गाय का गोग THRI TET ने मनी पंग में दिन में कुछ हो सपन सीप ने को मि से काम का माम र दिया। उसके पास रनि की प्रार्थना EVER में नामदेष की अंगाल के रूप में जन्म लेने की की। फका पनिट न तु वीर चुप पनि त वह फनराध में मुमकिन है- प्रमाणित ही रमे पफ बोरी और पास पोमा के फल है म बाप है | मय मिलाप को बाग. पचर वह मा मोन्याय, संपीएम मोरान करना कई जामोद्दीपक परा- बाप भाषी ग कापून 2 पुष को जगदप. मिना-मामा पाप का म. -विकार पंग या इन्छा का प्रदान.. चिन्तित रवि को पोमूत, - मालखा 'कामदनि पम निः) पंग ग मटमो मार के भाग्य मन्वा, म! कोममा कला मनिन (वि.) बबाहा भोल पम्न बाता- अधिकतम {वि.) कामुर, मामायण-मन मन्दाद पनगर मुलांपना ToR -Kora की गपि, मम ife) मृगा पि. चिनी, कामामा- प्रवतार पान. - अममाया पोन्पाट ग म क दमन, बरान, अमला। मा पारेर मांबा करना, पुमाकूल नानामनिषित सुभाषभंग, बम्पर (HE.] प्रेममा रो, हाम 10 am र कामामुराफ पनwil-Fero- पनि जनित का विशेषणात्म (पि.) खिचौ. पक, अपन- म २५-मायुम 1 फाभवन का माननिय मा) मा का म.- मा (11 निय? गर, मासं (नि.) भेगमा रोकी, कामाणित कामाता रिति- कनगामेतामध्येतां ने ५-AI (40) धम या पापीमा, कामी-मा, कामावालः (नि.) पीट पहा ऋष करणे के लिए मोर मा विपन परमात्मा, .-नाम् । वक्त का फिगनिधि करा बक्षित वारियों को प्रेसर पिक नियों का बस में मकान पंग- पान-11 (10) कामभाव के पोता. या प्रवर्ष रोमा- काम की पानी नमामि (4.) घेन या माहा अय।