पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/६३८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

(६२२, अन्न पापही, किर नाना-न (सपा) पेंउ, ओर मार महा पेंगती हो-बोरमा नकर भार किरहना. नगण्यान-नविन का बादरी काठक, 'वामनराकाटक-निमः फिर पक्ष नना, -- मा, -- बार र उपन', नवर की बीप बाजना, पासलारशमपुरका भाजून, काया विचार करना (मुख्य का). नातिनः गिव का विषण, माया र को करी गयो हाना, मालार, निमा उपकार गला पु.१, स-ra, In', का काका चुला, भार कम होना, देहानश जिन कासेवन, मगाहा, पनि मषि- ममन अपि च सम्पन् नागनागिन पुगनंग पर का रोष पून काग, बान (पुजाररिक, पांचक्रिराममू 14.143 मापन नबर का एना-बाल: 1 fm दिोषण -मया नगावग्म, पूनर्षप. पिया मिश 2ी गामा पुनर्विवाह सो गया है। पुनर्जन्म, फिर पुरन । मन , मामा, मग । बाना र २ प्रगति करना (जास निमत्ता]. | म !T.प. र 'lya, महामास । 1लतमा नमन जापानी गाये ) गुरल (म02 [पूर-जल : मामा, मा पात्राग), डापि ललित पुरवल पायाा-या. शावि शिव सुननर - मु. ११० 1. को समान में-ममि नस्य नम और किसका विकार कर मिनात होगा, - सवयर (पुर सवार किलो तारना पुरसभा पाहि दोना पत्र र बार में न ज्या एलो विग्नम कु. ५/७०. मूरिक एप का रोहाना. सबम, ज्यान: बमा (उन प्रधानमः फिर से विगता-वर पुन -सस्वर [पर रात-TH | गित गान । मारकर बम सेना, देहान राममन । 14र-प -2 शिविरल उत|-A, Tila स ] सरकार, निकर मोबाने का - Amst धपाग। पुष्तन : 2 पल का गीत को । 'पुधिः -प्रो (बी.[एर गंभम भागमति पर a (गर्नु.--. काम कि 119, प्रो सम्ब: - प्रांत विवा- पुमोप) [1. मिला 1 नर, र सिर्फ पहावी, मायका विवाहमा लो-पुरोषा चित चार बार मूरभावीवार से पूरणपियाममनपवादा ममुबार पति-03. - दु. किला, 'रोगा ३.१.१.२..वही मिाश गांव माची-रोर । नमः-रली.. बन्नेको सरा फाटक पुरुष [पूरमा+IR: विश्वन । पुरम्प-नभर, पारने र विमान अपुरण । बाल्म) + प्रति, पूर माइंग ।। वामन, में पुनारे जोर परिका में गिना तब मागे, अशीति में मनाने का विनय में एक जगपरे पचत- मेवान लीजि रविराजपम् कु. म में पा Mप में माच) बम पुर गासि देव दारम्भू, वल मिाण पपाष किका, दुसं. नावान. मावा परी २. 6812 अपा ४. पुर, त्रिभाव पानि मका. पतो में मनी पार पन: । कमवा और मामो माय - कामात पर बना कपूर मोद प्रयंच. पानु पूर्व से ३ पूर्व का -अभिया, अवस्वान-अलिमरित और मकान कारः। सामने का नाम रममा किन सयमा काम बदरपदान, • बहन -1-रिपुः शिव के निपग - पूना रासिमाना सुषणाममा पनि दुवक अनुरामा पहचारिता हाजरी लाल्यारी भावस्थापनमा कान काना विधुर - काला नबर में मनाया बर्व नामा मकस, 12 बोबारमा बरता -10ो एकता -जावर मनरोधान, अवन. बाबर में रहते पण्या-रोहननगरमा दुर्व-२ (दि.) हवा 1107 सावनित, बहरले मात्र भिमाग अनुबन मिश्र, किया ना मामा. मला मा, मान - पू.) जिन विरोमणि दि) पुरस्कृतमयन रघु-41.नि. 1 भिका विपन बिभिगोक-कीबोरी। पूचित राय प्रस्तुत, साम, मयुटदेवार, बाबर ? निर्मामालित सावितरण en: