पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/८१८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

१) एमपंच, लामी, मूल मागाठ-बानमेनागकेन बण्यागो, परीपक रोगापानमम का बिमानीप-सा सज्ञा प्रकट मपानी। भाषा 'क' में भनि मत होला )-रोमन अनुसवान. वरीमान, प्रप्तारा । सोममिषालकाला ताप पूर्वपश्चिम मस्त विचार, भाम. परीभप, अनुसमाल, रत -सने सिंगिक नजङ्गी गाना रसनामित यात्रा-जामिन मनापरनामी न मममीमसाम- रमका मी का यत्रकारला शाख। 1. मधुर माविष्ट, पर्वदार-fve मुरूम दर्शनशास्त्र में एक । क साल पह म मरकराणा हा वर पन्न निजेर कंगोमा पनि हार पनि पूर्व RISTIWJy I'-JA :-Pori i मीगासा, बावरावा नाम रिमाा उसर- 21-01 मत बनर म्या बले मदरकन मीमानी या प्रदर्शनमा परन्तु वानसंगो। सर पर किया हुमा, गरमा किपा एषा,-- मसाला का पालनहीपालामा जी मष्टात्र, ठिाई। अस्त बंद माग्यपरक पो की सही माती (भा परमेafr. मोर) । पुत्रोमा करम रुपा बेटा के दिग्य अषा निघंप काना 2 गोडा करना, तर करना. फिटकना पीनाप है।पामा मुख्य पान मारम- करना। स्थिति के विषा मे बियर पिदिला पाहत, हिम मामा मामा' नाम तमा मिहिरः । सूर्य - मय सापालदिरो nिtो-धानित गरमीम को केनर पुकारे। २।२४, राग मम्मानिसमा मटियाना मुक- जारमोमागा में मिनी गंगानी कारार्थत सार-१.११.२.५ 21 कई बार नही है. मणिए उसको उय एक ३का हमा, पापू बहा पादौ । पमा मन मन' : मन्मपालमनाव बिहिराम, मित्र का विपर। मजदा तीर पनि प3. म। (पा न पानानि गौनोत, अंध वाहिल में 11 ममा मोमान। वरट प्रयोग 1 मार राना, निनाय ना, AN !मगर-पौतान, गीहित) 1 बिना पशुपाना, मलि पाता पा, रत पलकों का काला. अपकाना, अपी पो पहला, Talsh ना 4 प्रतिक्या कराम, निम्पा गॉस मगर्माण मित्र दाहोकना न बिन बना पर राम मनि, 1. मानान पामुन का मूदन का बन मानि है) 1 दान'. हन्ना भुगम। बाला, ना नानपुरगनील तस्या निमो. मममन गनिगपाप । र, प्रा. सौपने । नगर - न५५ । नममा न होना पाना ना नRARI .पा. एकाना भवन जोत (म.r: 1. मनासधि, मात्र पासा मन माना. मायाना, (14 पा hamla TH का भति बहामा ना का) बन माना गपान्मासानगमप भनृरं' मानने मोरया मोse in Ne विदोषण । मोपविग्मा-प... मा-नाना. बोन. 1 पठनी गुप्तगोन इस बार पू . मालो मंत्रामीण-शाच्या २१५.र..1 जाले मान. गनिमम्मत-मि-im मारना minा--गमगीन कांचन पट्टि १to भन मौन Parlal अचमार 3.गाया गाना, श्वर रिशा वाला शि. HAIRTE माओ या भटा. की 10103 गा.पा मार गित NDT: का सह-मामालिन, पन 110) ४+ प्रभुन लियाना पलपा गया, गुरुक 1. महमा गए. मात्रप पत्रोता कामदेव, पनना, मुदी बाला मोलमपुर - गीत न्या गवना का पप गायिका र १. सारा पार कृता पन्यत-- गाचिरैया, बहरा (एक शिस जनाइत्वम् अत nfirmatीमति पदो। - प्रभाम : |.] सूचना - परेबर: नारका राधा-नान । दुन्यांना परागका नियम १.१॥ मीम (पर प.पनि। 1 ना.. हरदा-या 1ण मगना रघु-१.५ १५. कृष्ट माना मापक कारण बन मना, माता लामाल मोबालक 1 यसबार करतभा की, नरपत सपा पसेच मुवी पु. १०६८