पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/९७५

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

(म.) पिय] मार, समान हीनी चदाहरमा कामे करेले, अब व मामिल किन पकी र पानामा का परेर मुजकिर-मनः ॥१५॥ की मौत पूष मिट की रक्षा करने रे बलविक Bre (IN) [fe+मर जगह । सन किपा । पर गया राम का खाली मिनपर (वि.पिम बि in++m बार गामा, रमनं गम का कमाल १ मा का मरापोल कान राता. 1 मनाप्रधान ). पाक 'पानी, पालाम्पा बिण विशेष मिला लिगमः पदयाहारसम दी) एक ३ का वन, रामूली गिनती नाम का नाम ममतग रमा...नयहिकावेरनाथ मिल | m+बन्ना, परवप. विला. वालियर-काम-101 शिवाज, न शिपबालीविलिलकारचम् - मिला HTMN+ta -मा? बात मातु+ME.र. स. किये वर्ष के पाय, foreiबि पर भरोसा मनीष ममाचार। मथ- पापियाड मिला विश्वास उत्पन्न करेन. । नोट बेना. बोना पहीद बानि पृ.) २.मम्मतिमान बोका बाशा डो. मात्र, ति (11बिम पर एनम मरने की मण, दाकनीक वा परोये का विलास बिना गmiनिष्ठ, पिर मरमा किया पनप, निरी पुष्त। 12 नवमा, परोण कार्य काना (नरदेधि, विरकिट बेग अनि, निशिगान के पास इस पर 2 माना, नितर करना, यापन होवार कराला विशवाम। बवा. यावल माला (निष्ठिन साल में इसका मामला (निस पालि गलति..निव- अपाय बारा नही होता। Fr- नुन रात्र, शूर । "या, पर बिनानि विपुल गाला, बान- समामा वामपनहा माि-EिROI बागकामा मिनमामिण [निव-मित्र, विजय, 11 (म्मा+रत ना, मंगला । संपवायाकार दीपिपान ENERI बी० [कि मिग पिछ, नीर गरायण का गाना रेकर प्रापा, सार, प्रसारण लाकी मी विपति इसके बाप नानिकमा यह मत । सम..शरिमा (रिकारिता) are लिप ना ममता अमिय राधम का पो, यह सनसोदता, कम, चा हा मनक बोली देख कर जमा --47, परक निबटाराम) गाका पा मन लाग कर की ना काहा जग मजे मंगभूषा :सरण (मिमलामी प्रकार पापीन प्रकिया। बार भों में प्रपुषा होने गज न पर TRA जना, और विश्वामित्र पूर्ण (पिदमा कोष्टनामामा-मारिया (पिट- समें होरया । पवित्र मारिका) पहारको शी. नः । मगत गमगा पात्र हो मिष्ट पामत मिfu+मन तमाम पचं 'पु. 4 में पटना किमान माना मों कहा जाता है) नियमनकामा काडापो महापत्य प्राप्त करके मानर पर कन्ता अपार--पत्र बिच वरपरै रखा। मा NR मे मम , पोत अमिता पापिका व्रना बन्दा २५२, (रहो घ. मौरी पाणबी. पारी दानामित कामा नया " मम्टोव सहमा बाकि मर जपने मुस रेने बान, एकमरिया का गो जमे बहानि नही कड़ा निवामित्रहबा नर्व भग्व । म अमा, Neihifi, बहतीप्ता, नाप्पा का सबब बार जतिष्ठले । कुरीमिमा बोल मिना । विवानिमारजनकी निका गि,-पए-MIRJmक, मलकाका पवन किया, ग्वत भपिता, विदनिवारक बांत्रि, मालन... काय, केसों को विनिये कोरी नार नदार दिया ! मग, man: बहर अपने मामा : पातgalireीमही भारपा ! भन्तिरण मार में पनलिः बार में पान. रवि उसके पहले शिविर मनिताल 1 बा..'-Ni पन्नताएका