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पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 11.pdf/६३८

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६०० सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय सितम्बर १४ : फीनिक्स न्यासपत्र 'इंडियन ओपिनियन' में प्रकाशित । गांधीजीन 'इंडियन ओपिनियन' में लिखते हुए प्रवेशके इच्छुक भारतीयोंके सम्बन्ध में नेटाल प्रवासी अधिकारी, कजिन्स द्वारा की गई गैर-कानूनी कार्रवाईकी आलोचना की । 'इंडियन ओपिनियन' में विज्ञापन देना बन्द करनेका इरादा जाहिर किया। डर्बन से जोहानिसबर्ग के लिए प्रस्थान | अक्तूबर ५ : गोखलेका इंग्लैंडसे दक्षिण आफ्रिकाके लिए प्रस्थान । अक्तूबर ८ : माँटेनिग्रो द्वारा तुर्कीके खिलाफ युद्धकी घोषणा । अक्तूबर ९ : गांधीजी एम० चैमनेसे मिले । अक्तूबर १६ : पत्र लिखकर हरिलाल गांधीको बताया कि उन्होंने इंग्लैंड में कानूनके अध्ययनके लिए उनके स्थानपर सोराबजीको क्यों चुना । अक्तूबर '१८ : कैलेनबैक और अन्य लोगोंके साथ केपके लिए प्रस्थान | अक्तूबर २० : केप पहुँचे । अक्तूबर २१ : गांधीजी कज़िन्ससे मिले । गोखले स्वागत समितिने जनरल बोथाको लिखा कि गोखलेकी आसन्न यात्राको दृष्टिगत करते हुए भूतपूर्व गिरमिटियोंपर से ३ पौंडी कर स्थगित कर दिया जाये । अक्तूबर २२ : गो० कृ० गोखले केप टाउन पहुँचे । सिटी हॉलमें स्वागत; महापौरने अध्यक्षता की। डॉ० ए० एच० गुलने आम अभिनन्दन पढ़ा। हिन्दू संघ, कोंकणी मुस्लिम लीग तथा तमिल समाजने मानपत्र भेंट किये। गांधीजी, संसद सदस्य डब्ल्यू० पी० शाइनर तथा डा० अब्दुर्रहमानके भाषण । उत्तरमें गो० कृ० गोखलेका भाषण । गांधीजीने भेंटमें 'केप आर्गस 'को बताया कि गोखले दक्षिण आफ्रिका में सम्पूर्ण भारतीय प्रश्नकी जांच पड़ताल करेंगे । अक्तूबर २३ : गो० कृ० गोखलेने डब्ल्यू० पी० शाइनर तथा सर फ्रेड्रिक स्मिथको भेंट दी । स्वागत समिति से भी भेंट की। शिकायतोंपर विचार किया । अक्तूबर २४ : सिविल सर्विस क्लबमें जॉन ऐक्स० मेरीमैनसे भेंट | गांधीजी के साथ किम्बर्लेके लिए प्रस्थान । वेलिंग्टन में भारतीयोंके शिष्टमण्डल । अक्तूबर २५ : डे' आरमें भारतीयोंका शिष्टमण्डल, श्रीमती कार्नराइट शाइनर (ओलिव शाइनर) से मिले । किम्बर्लेसे विशेष रेलगाड़ी । २०० भारतीयोंने मॉडर रिवरमें गोखलेसे गाड़ी में भेंट की । बीकान्सफील्ड में महापौर तथा अन्य लोगों द्वारा स्वागत । सायंकाल ५.३० पर किम्बर्ले पहुँचे । महापौर तथा अन्य लोगोंने स्वागत किया । टाउन हॉलमें स्वागत, महापौरने अध्यक्षता की। गांधीजीने सभामें भाषण दिया । अक्तूबर २६ : खानें देखने गये । ब्लूमफाँटीनके भारतीयोंकी शिकायतोंके बारेमें बतानेके लिए जे० मैक्लेरेनको बलाया । Gandhi Heritage Portal