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पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 11.pdf/६६२

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६२४ सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय ट्रान्सवाल एशिपाई पंजीयन संशोधन अधिनियम, ( १९०८ का कानून ३६ ), ९, ४०, ५९, ८६; -के अन्तर्गत पंजीयन के लिए ट्रान्सवालमें युद्धसे पूर्व तीन वर्षका निवास आवश्यक ४६, ४८, -के अनुसार शिक्षित भारतीयोंको संघ प्रवासी प्रतिबंधक विधेयक (१९१२ ) के पंजीयनसे मुक्ति, १३, ४८, २१९; को स्वीकार करनेपर भी जिनकी अर्जियों नामंजूर की गई, उन्हें अस्थायी समझौते के अन्तर्गत पंजीयनका अधिकार नहीं, ८६, ८८, ९२ ट्रान्सवाल क्रिटिक, १७ पा० टि० ट्रान्सवाल नगरपालिका अध्यादेशका मसविदा ३०३; -का ब्रिटिश भारतीय संघ द्वारा विरोध, १०२; -के अन्तर्गत भारतीयोंको मताधिकार नहीं, १९८, २०६; –के अन्तर्गत व्यापारी व फेरीवालोंके परवानोंका नियंत्रण नगरपालिकाओंको, १०२, २०६; के बारेमें लॉर्ड सभामें लॉर्ड लैमिंग्टन द्वारा प्रश्न, १९६, २०८ पा० टि०; के बारेमें सहूलियतें देनेसे साम्राज्य सरकारका इन्कार, १९७-१९; - के सम्बन्ध में ब्रिटिश भारतीय संघ द्वारा साम्राज्य सरकारको प्रार्थनापत्र, १९७; -के सुधारकी माँग, १०२-०३; को संशोधित करानेका साम्राज्य सरकारको अधिकार, २०८; -से एशियाई फेरीवालोंका सर्वनाश, १०२ ट्रान्सवाल प्रवासी प्रतिबन्धक अधिनियम, २२६ पा० टि०, २५८ पा० टि०; -का संघ प्रवासी प्रति- बन्धक विषेषकके बदलेमें सुधार अस्थायी समझौते में ग्रहीत; ९०; -के सुधारको संघ प्रवासी प्रतिबंधक विधेयकके बदले में माँग, ४, ९-१०, १२, १५, १८, ३७-३८; के सुधारकी संघप्रवासी प्रतिबन्धक विधेयकके बदले में मॉंगका नेटाल भारतीय कांग्रेस द्वारा अनुमोदन, १४; -के सुधार की संघ प्रवासी प्रतिबन्धक विधेयकके बदले में मॉंग सरकार द्वारा स्वीकृत १३; को सुधारनेसे स्मटसका इन्कार, ३४ ट्रान्सवाल भारतीय महिला संघ, ११ पा० टि०, १७९, ३३२; -सत्याग्रहकी लड़ाईके महत्त्वपूर्ण फलोंमें से एक, १६९; का 'बाजार', १६९, २६७; के लिए निधि १८४; के लिए श्रीमती वॉगलका कार्य, १७९ ट्रान्सवाल भारतीयोंका शिष्ट मण्डल (१९०६ ), १० पा० टि०; -की स्वर्ण-कानून और बादा अधि- नियमसे हानि, ५३-५४; -के अधिकारोंको संघ प्रवासी प्रतिबन्धक विधेयक के अन्तर्गत (१९१२) क्षति, २३७ के निवासके अधिकार; २७९ पा० टि०3 के लिए पत्नी तथा नाबालिगों को लानेमें संघ प्रवासी प्रतिबन्धक विधेयकके अनुसार निवासका सुबूत आवश्यक, २३७; को जमीनकी मालिकी एवं सवारीका अधिकार नहीं, ७९; -को पंजीयन कार्यालयमें अनेक असुविधाएँ २८२; -द्वारा ट्रान्सवाल एशिपाई पंजीयन अधिनियमको रद करने के बदले में स्वेच्छया पंजीयनका सुझाव २७९ पा० टि० ट्रान्सवाल लोडर, ५ पा० टि०, ९८ पा० टि०, २८५ पा० टि०३०२, ३३८ पा० टि० -द्वारा बॉक्सवर्गमें दूकानके लिए भायातको निन्दा, १८८; -द्वारा सहशिक्षाका विरोध १९२; -द्वारा गोखले की दक्षिण आफ्रिका यात्रा के सम्बन्धमें गांधीजीसे भेंट, ३४०-४२ ट्रान्सवाल विधान परिषद्, ८ पा० टि० ट्रान्सवाल विधान सभा, १८ पा० टि० ट्रामगाड़ियाँ, (यों) में प्रवास करनेसे ट्रान्सवाल्के भारतीय वंचित, ५५, ७९; - साम्राज्य सरकार द्वारा इस मामलेमें सहायता करनेसे इनकार, १९८ ट्रावनकोर के महाराजा, ४२० ट्रेवेलियन, सर जॉर्ज, ३१० पा० टि० ट्रेबोरा, ४१२ ठ ठक्कर, हरिलाल, ७५, ७७, १८७, ३६४, ३६६, ३७१, ३७२, ३७३, ३७७, ३७९, ३८८, ३८९, ३९०, ३९३, ३९७ ड डंकन, पॅट्रिक, -का गांधीजीको कथन कि एशियाई प्रवासी प्रतिबंधक अधिनियम (१९१२ ) छोड़ा जा सकता है, १७ डंडी, -में गोखलेको मानपत्र ४१० डढले, कुमारी, का 'इंडिया' को पत्र गिरमिटिया प्रथाकी बुराइयोंके सम्बन्धमें ४३४ Gandhi Heritage Porta