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पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 11.pdf/६७४

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६३६ लल्ल, ४०६ सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय लल्लूभाई, २९९, ३६९, ३७१, ३९८ लक्ष्मण (पाण्डे), ३७७, ३७९, ३८३, ३९०, ३९९, ४०६ लाजपतराय, लाला, ४५३ लॉटन, ३७४, ३९३, ३९७, ४०२; -का लोकसेवा आयोग, (पब्लिक सर्विसेस कमीशन), और श्री गोखले, ४८५ लो हो, ८३ व नेटाल वॅन, वीनेन, ५७ मर्क्युरी' को पत्र, कजिन्स द्वारा केप कॉलोनीके प्रवास अधिकारोंके निर्णयके सम्बन्ध में, ३२४ लॉरेन ३७२ लॉरेको माक्विस, में गोखलेको प्रीतिभोज, ३४९ लॉर्ड ऍम्टहिलकी समिति, देखिए द० आ० ब्रिटिश भारतीय समिति लॉर्ड सभा, ३३४ पा० टि०; में गोखलेके द० आ० के दौरेके बारेमें प्रश्न, ४९२-९३ - में लॉर्ड ऍम्टहिल द्वारा द० आ० भारतीयोंकी स्थिति सुधारनेके प्रयत्न, ४९५-९६; - में लॉर्ड लेमिंग्टन द्वारा नगरपालिका अध्यादेशके मसविदेके बारेमें प्रश्न, २०८ पा० टि०, और स्वर्ण-अधिनियम तथा करवा-कानूनके बारेमें प्रश्न, १९६ लाल बहादुर सिंह, ३७०, ३९४, ३९३ लियोनार्ड, १९१ 'लोग ऑफ ऑनर', १११, ११२ लीग ऑफ नेशन्स (राष्ट्र संघ) ३४३ पा० टि० लीडर, ४४३ लुटावन, १५७, ३६४ लेटर्स ऑफ जॉन चाइनामन, १२८ लेडबीटर, ६३ लेफ्राय, विशप, १५ लेन, ई०एफ० सी०, ३, ७, ८, ९, ११, १७, २१, २६, २८, २९, ३७-३९, ४७, ५८, ६९ पा० टि०, ९० पा० टि०, ९१ पा० टि०, १९०, २१०, २३८, २४७ पा० टि०, २५०, २५३ २६०, २६८ पा० टि०, २७२, ३६५, - ३६६, ३७७, ३८२, ३८५, ३८८ लेपिन, २८, ३६४, ३७६ लैग्स्टन, ३७६ लैमिंग्टन, लॉर्ड, १२२, -द्वारा नगरपालिका अध्यादेशके मसविदेके सम्बन्ध में लोर्ड सभामें प्रश्न, २०८ पा० टि० वली, ३५४ वल्लभ, गोपाल, ३९३ वश, दुल्लभ, ३६३ वॅसेल्स, जस्टिस सर जॉन, ३९ पा० टि०, का फातिमा जसातके मामले में निर्णय, २३९-४०; -का भारतीय पत्नियोंके ट्रान्सवालमें प्रवेशके सम्बन्ध में निर्णय, ११५, ११७, ११८, २५८-५९ वाइवर्ग, डब्ल्यू० जे०, ३९६ वाइबर्ग, श्रीमती, -द्वारा मिश्रित स्कूलोंपर अनैतिकता- का आरोप, १९२-९३ वॉकर, एरिक, ३२४ पा० टि० वॉगल, (श्रीमती), ७६ पा० टि०, ९९, १३०, १६९, १८४ पा० टिं०, २४८, ३६४, ३७८, ३९२, ४४१, ४५८; द्वारा ट्रान्सवाल भारतीय महिला संघकी सेवाएँ, १७९; -द्वारा नागप्पन स्मारकके लिए प्रयत्न २६७-६८ - द्वारा शानदार भारतीय बाजारका आयोजन, १७९ वाजा, ३६६, ३८१, ३८९, ३९० वाजा, ए० एम०, १३८ वाटसन, डॉ० टॉमस, का मत कि वैद्यक व्यवसाय c सन्देहके समुद्रपर भटक रहा है", ४३१ वानप्रस्थ, -लेनेवाले वैष्णवोंको मासिक वृत्तिका लालच देना अनुचित, ४४२ वालजी, ३६६, ३७५, ३७६, ३८८, ३९६ वॉलर, २६५ विक्टोरिया, महारानी, -का घोषणापत्र, २८७ पा० टि० विजया, ३८७, -का गांधीजी द्वारा केशवपन, ४०५ विटवाटर्स रैंड स्कूल निकाय, का निर्णय कि भारतीय स्कूलोंमें भारतीय भाषाओंके माध्यम से शिक्षा दी जाय, ३५१, ३५२; -द्वारा जोहानिसबर्ग में भारतीय स्कूले स्थापित करनेके सम्बन्धमें शत, ३५१ पा० टि०; -द्वारा यूरोपीय और भारतीय शिक्षकोंके वेतनमें भेद, ३२३ पा० टि० विटेकर, ३७४ Gandhi Heritage Portal