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ही खड़े होकर दूसरोंके लिए मिसाल बनते हैं। पारसियोंसे मेरा यही अनुरोध है कि वे इस दारूबन्दी आन्दोलनमें शामिल हों, दूसरे लोगोंका मुँह न ताकें। सच तो यह है कि कई गैर-पारसियोंने दारूका विक्रय बन्द कर दिया है।

मेसोपोटामियाकी चीख-पुकार

मुझे मेसोपोटामियामें होनेवाले दुर्व्यवहारकी शिकायतें अक्सर मिलती रहती हैं।सभी पत्र-लेखकोंने, उनके साथ जो अमानवीय बरताव किया जाता है, उसकी बात लिखी है। मुझे मौलाना शौकत अलीने एक पत्रकी नकल भेजी है । और भी लोगों को ऐसे पत्र मिले हैं। इनका प्रकाशन अब अधिक दिनोंतक नहीं रोका जा सकता । इन शिकायतोंका प्रचार होनेसे शिकायत करनेवालों को जितनी राहत मिल सकती है, कमसे-कम उतनी राहत तो उन्हें मिलनी ही चाहिए। भारत अपनी इस असहाय अवस्थामें अपने प्रवासियोंके लिए अभी इस समय अधिक कुछ नहीं कर सकता । पत्र--पर तीन व्यक्तियोंके हस्ताक्षर हैं। चूँकि उनके अधिकारी उनको नुकसान पहुँचा सकते हैं इसलिए में बचावकी दृष्टिसे उनके नाम प्रकाशित नहीं कर रहा हूँ। ध्यान देनेकी बात यह है कि पत्र--लेखकोंने उन्हीं लोगों के नाम पत्र लिखे हैं जिनके नाम उन्होंने समाचारपत्रों में पढ़े थे। पत्र लेखकोंने अरबों द्वारा किये जानेवाले दुर्व्यवहारकी शिकायतें की हैं। मुझे इससे कोई आश्चर्य नहीं हुआ। मैं समझता हूँ कि अरब लोग चूंकि खुद असहाय हैं, इसीलिए वे भारतीय सैनिकों और क्लकॉपर अपना गुस्सा उतारते हैं। वे सोचते हैं कि शायद इस तरह वे भारतीयोंको मेसोपोटामिया के सिलसिले में भरती होनेसे रोक सकेंगे। मुझे उम्मीद है कि मेरे इस पत्रको प्रकाशित करनेसे दूसरे लोग भरतीके प्रलोभनोंमें पड़ते हुए हिचकिचाएँगे। बहादुर अरब लोगोंपर आज जो विपत्ति आ पड़ी है उसे किसी भी आत्म-सम्मानी भारतीयको अपनी जीविकाका साधन नहीं बनाना चाहिए। इस पत्रको' में ज्योंका-त्यों छाप रहा हूँ; मैंने केवल उन अंशोंको छोड़ दिया है जिनमें दुर्व्यवहारका शिकार बननेवाले लोगोंके नामोंके साथ जुड़ी हुई सैनिक टुकड़ियोंका हवाला दिया गया था।

[ अंग्रेजीसे ]

यंग इंडिया, २७-४-१९२१



१. यहाँ उद्धृत नहीं किया गया ।