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टिप्पणियाँ

और प्रजाका ऐसा ही सम्बन्ध बन गया दिखता है; और सरकार ऐसे काम कर रही है जिनका लोककल्याणसे विरोध है। इसीसे यहाँ सत्याग्रह शुरू किया गया। देशी राज्यों की स्थिति आज इतनी विषम है कि उनकी प्रजाके लिए राजाओंके विरुद्ध सत्याग्रह आरम्भ करना बड़ा गम्भीर कदम सिद्ध हो सकता है। सत्याग्रह केवल उन्हीं राज्योंमें आरम्भ किया जा सकता है, जिनमें असह्य अत्याचार हो रहे हों और साथ ही लोगों में सामाजिक आत्मबल उत्पन्न हो चुका हो।

कुछ प्रश्न

मुझसे अनेक तरहके सवाल पूछे जाते हैं। यदि मैं उन सबका जवाब देता रहूँ तो मुझे दूसरे कामोंके लिए फुर्सत ही न मिले। अतः जहाँ जवाब दिये बिना काम ही नहीं चलता वहीं मैं जवाब देता हूँ। एक गुमनाम पत्रमें कुछ प्रश्न पूछे गये हैं। उनका जवाब मैं यहाँ इसलिए नहीं दे रहा हूँ कि वे आवश्यक हैं; बल्कि यह दिखाने के लिए दे रहा हूँ कि अभी लोगोंमें कितना अज्ञान है और दूसरे मेरा हेतु यह भी है कि ऐसे लोगोंको भी जानकारी हो जाये।

प्र॰ : आप स्वराज्य लेकर क्या करेंगे?

उ॰ : जो मुझे प्राप्त करना है उसको प्राप्त करनेका प्रयत्न तो मैं पृथक रूपसे कर रहा हूँ। परन्तु जो समाजको प्राप्त करना है उसको तो समाज ही प्राप्त कर सकता है।

आपने जो इतने रुपये जमा किये हैं आप इनका क्या करेंगे?

प्रत्येक प्रान्तकी कांग्रेस कमेटी उनका उपयोग कर रही है। मुझे उसमें से एक पाई भी खर्च करनेका अधिकार नहीं है। उसका हिसाब भी प्रकाशित कर दिया गया है।

स्वराज्य मिल जानेपर आपके मरनेके बाद कौन राज्य करेगा?

स्वराज्यका अर्थ है अपना राज्य। सब अपना-अपना राज्य करेंगे। जब सब लोग अपने-अपने ऊपर राज्य करने लगेंगे तब सबका—जनताका—राज्य होगा। उससे मेरे जीवन-मरणका कोई सम्बन्ध नहीं है। मैं तो सिर्फ हकीम हूँ।

आप अंग्रेजी भाषामें लेख क्यों लिखते हैं?

इसलिए कि मैं अपनी संचित पूंजी देशके लिए खर्च करना चाहता हूँ।

आप रेलगाड़ीमें क्यों बैठते हैं?

सरकारकी इतनी मेहरबानी हो रही है। मैं उससे लाभ उठाकर अपना काम चलाता हूँ।

आप सबको खादी पहनाना चाहते हैं, परन्तु वह तो महँगी मिलती है।

विदेशी कपड़ा अगर मुफ्त मिलता हो तो भी महँगा है। खादी महँगी मिलनेपर भी सस्ती है, क्योंकि खादी खरीदने में खर्च किया गया सारा रुपया भारतके गरीबोंके घर जाता है। फिर खादी अधिक दिनोंतक चलती है और उससे जो सादगी आती है वह हमारे जीवनके दूसरे भागों में व्याप्त होकर अपनी सुगन्धसे राष्ट्रके जीवनको सरल और शुद्ध बनाती है।