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१३. तार: श्रीप्रकाशको[१]
[१५ दिसम्बर, १९२१ या उसके पश्चात्]
हार्दिक बधाई। ऐसी सफल परिणतिके लिए बिलकुल तैयार नहीं था।
गांधी
अंग्रेजी प्रति (एस॰ एन॰ ७७२९) की फोटो-नकलसे।
१४. तार: चक्रवर्ती राजगोपालाचारीको
[१५ दिसम्बर, १९२१ या उसके पश्चात्][३]
सुन्दर। आशा है आपको अधिकतम दण्ड मिलेगा।
गांधी
[अंग्रेजीसे]
सेवेन मंथ्स विद महात्मा गांधी
सेवेन मंथ्स विद महात्मा गांधी
- ↑ यह श्रीप्रकाशके १५ दिसम्बर, १९२१ के तारके जवाबमें भेजा गया था। उनका तार इस प्रकार था: "पिताजी अपराध संहिताकी धारा १०७ के अधीन गिरफ्तार और सब ठीक है।"
- ↑ (जन्म १८९०); बनारसके प्रसिद्ध विद्वान् बाबू भगवानदासके सुपुत्र; कांग्रेसी नेता; पाकिस्तान में भारतके उच्चायुक्त; बादमें बम्बई के गवर्नर।
- ↑ १५ दिसम्बर, १९२१ को १२ बजे चक्रवर्ती राजगोपालाचारीपर दण्डविधि संशोधन अधिनियमके अन्तर्गत एक नोटिस जारी किया गया था तथा उसी दिन ४ बजे [अदालतमें] पेश होनेका आदेश दिया गया था। सुनवाई उस दिन स्थगित हो गई, पर साधन-सूत्रसे पता चलता है कि मामलेकी सूचना मिलनेपर गांधीजीने यह तार भेजा था।