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पत्र: उपनिवेश-सचिवको

है। इसलिए, आशा है, आप इसे स्वीकार करनेका अनुग्रह करेंगे। न्यायमूर्तिके लिए सुदीर्घ और सुख-शान्तिमय जीवनकी हार्दिक कामना तथा परमात्मासे इन कामनाओंकी पूतिके लिए प्रार्थनाओंके साथ-

आपके, आदि,
 
अमद मूसाजी उमर
 
और अन्य
 

[अंग्रेजीसे]

नेटाल मयुरी, ७-७-१८९९

४४. पत्र: उपनिवेश-सचिवको
१४, मयुरी लेन
 
डबेन
 
जुलाई ६, १८९९
 

सेवामें

माननीय उपनिवेश-सचिव

पीटरमैरित्सबर्ग

श्रीमन्,

आपके गत मासकी १३ तारीखके पत्रके सम्बन्धमें फिर निवेदन है कि साम्राज्य-सरकार और स्थानीय सरकारमें जो पत्र-व्यवहार चल रहा है उसे देखते हुए यह बतला देना अनुचित न होगा कि "विक्रेता-परवाना सम्बन्धी प्रार्थनापत्र में जो भय प्रकट किया गया था वह कितना सत्य निकला है। मैं सब स्थानोंसे ठीक-ठीक जानकारी एकत्र नहीं कर पाया हूँ, परन्तु जो जानकारी मुझे अबतक मिली है वह अत्यन्त निराशाजनक है।

डंडीमें पहले तो परवाने देनेसे इनकार कर दिया गया था, परन्तु अपील करनेपर वे एक शर्त मढ़कर दिये गये। शर्त परवानोंकी पीठपर लिख दी गई, जो यह है : “यह परवाना साफ़-साफ़ इस शर्तपर दिया जा रहा है कि इसे इसी इमारतके लिए फिरसे नया नहीं किया जायेगा। निकायकी आज्ञासे (ह०) फाज़० जे० बर्केट, परवाना-अधिकारी और नगरका क्लार्क । पूछनेपर कई परवानेवालोंने जवाब दिया कि हमारा खयाल तो यह है कि हमारे परवानोंपर यह शर्त इस कारण लगाई गई है कि हमारी दूकानें लकड़ीके तख्तों और लोहेकी चादरोंकी इमारतोंमें थीं। मालूम हुआ है कि डंडीमें हैंडले ऐंड सन्स' और हार्वे-ग्रीनेकर ऐंड कं० की दूकानोंका सामना तो इंटोंका है, शेष सारे भाग तख्तों और टीनके ही बने हुए हैं। वहाँके व्यापारी टेलर ऐंड फाउलरकी दूकान सारीकी-सारी ही तख्तों और टीनकी बनी हुई है। न्यूकैसिलमें जिनको परवाना देनेसे पिछले वर्ष इनकार कर दिया गया था उन्हें इस वर्ष भी इनकार कर दिया गया है। नगर-परिषदने दो अर्जदारोंको अपनी दूकानोंका माल बेचने के लिए समय देनेकी कृपा की है, परन्तु इससे इन दोनों व्यापारियोंको जो नुक्सान हुआ उसकी पूर्ति थोड़े ही हो सकती । इनमें से एक अब्दुल रसूलका कारोबार बड़ा था और वह तख्तों तथा टीनकी एक दूकानका


१. देखिए खण्ड २, पृष्ठ ३७२ और आगे ।


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