सांकेतिका ५२१ चॉकलेट, १४४ चार्ल्सटाउन, १३, १०७, १२८ चिकित्साधिकारी द्वारा आहत सहायक दलोंको पुनः संगठित करनेका आदेश, २३८ चिलियाँवाला, ३८३ चीन, ९, ४१०, ४५९, ४७३, ४८३-८४; -फी मुहिम में भारतीय सैनिकोंकी वीरता, ४०९ चीनी, ३५, ४८, ४७३, ४८३, ४८४-८५६ -मजदूरोंके संभावित आगमनमें निहित हानियाँ, ४८४-८५; -राष्ट्रिक उपनिवेश, ३८; - व्यापारी, ३७ चेट्टी, वी० ए०, १६, २३ चेम्बरलेन, जोज़ेफ, २, १६ पा० टि०, १७, २२ पा० टि०, २६, ५५ पा० टि०, ६१, ६८, ७६- ७७, ८१, ९२, ९८-९९, १०९, ११३-१४, ११६, १२४, १२८, १७५, १९५, २०२ पा० टि०, २०४, २०८-९, २११, २२७-२८, २३०, २४४, २४८, २५०, २६४, २७४, २८५, २८६, २६० -९१, ३००, ३०२, ३०४, ३०६, ३१०, ३१४, ३२१, ३२५, ३३४-३६, ३४६, ३६१, ३६४, ३६६, ३६८, ३७०, ३८१, ३८५, ४००, ४०४, ४०७, ४११-१२, ४१४-१५, ४१८-१९, ४२५-२६, ४२८, ४४९-५२, ४६०, ४६२, ४६५ -६७, ४७१-७२, ४७४-७७, ४८० पा० टि०, ४८१, ४८८, ४९१ पा० टि०, इंग्लडकी सरकार के साथ सलाह मशविरा करनेके बाद योजना बनानेको तैयार, ३०२; -दक्षिण आफ्रिकी गोरोंके वकील, ४४३; -पहलेके कानूनोंके विषय में कुछ भी करने में असमर्थ, २९९; - भारतीय प्रश्नपर, ३७६-७७; -भारतीय मजदूरोंके प्रश्नपर, ४५९; -भारतीयोंको जबरन बाजारों में भेज देनेपर, ३४२; -फा गिरमिटिया मजदूरोंके बारेमें लॉर्ड मिलनरको खरीता ४२१; -का भारतीयोंको आश्वासन, ३१३, ४९७; का भारतीयोंको समान न्याय और समान व्यवहारका आश्वा सन, ३९२; की कर्तव्यच्युति शोचनीय, ६६;-की भारतीय शिष्टमण्डलको यूरोपीयोंकी भावनाओंसे सहमत होकर चलने की सलाह, ३२६, की भारतीय शिष्टमण्डल तथा भारतीय-विरोधी शिष्टमण्डलको सलाह, ३०३ -के कथनसे उपनिवेशोंकी सरकारोंके भारतीय-विरोधी रुखको ताकत, २४८; को ट्रान्सवालके भारतीयों द्वारा अभिनन्दनपत्र, २९२-९६ - द्वारा अवांछनीयकी व्याख्या, २०; -द्वारा बोअर शासनकालमें भारतीय पक्षका समर्थन, ३५९; -द्वारा भारतीय संरक्षण अधिनियम सम्बन्धी प्रार्थना स्वीकार ११३; -द्वारा भारतीयोंके प्रार्थनापत्रका सहानुभूति पूर्ण उत्तर, १९६- ९७ - द्वारा लॉर्ड मिलनरके खरीतेपर विचार, ४३१, -द्वारा स्वशासित उपनिवेशोंका अन्योंके प्रवेशपर नियन्त्रण रखनेका हक स्वीकार, ३४१; से दो भारतीय प्रतिनिधिमण्डलोंकी भेंट, २९९ चेल्लागाडु, १८४; -और विल्किन्सन, १८४ चैम्पियन, १११ चैलिनॉर, ४, १८ ज जंजीबार ५९, २३१, ३८१ जगन्नाथ, ४४१ जना, जूसा, ५ जमालखाँ, हाजी, १८५ जम्बेसी नदी, ३६९ जयपुर, २४६ जर्मन, ६२, ४७३ जर्मनी, १६३ जर्मिस्टन, ४१४ जहाज कम्पनियाँ, ५८, ६५-६६, १२७-२८ :- द्वारा भारतीय यात्रियोंको दक्षिण आफ्रिकी बन्दरगाहोंमें ले जानेसे इनकार, ६५ जापान, ४७३ जापानी, ४७३ जॉन्स्टन, डॉ०, १३९, ४२०, ४३२-३३, ४५४, ४६५; -भारतीयों की स्वच्छता पर ३९४; की भारतीयोंकी स्वच्छतापर गवाही, ४३५-३६ जॉन्स्टन, सर हैरी एच०, भारतीयोंपर लगाये गये अन्याय- पूर्ण नियन्त्रणोंपर, ९२ जॉर्ज, लॉर्ड, ३०३-४, ३२२ जावा, १२ जिला-सेनाधिकारी, की भारतीयोंके नाम सूचना, ३१३ जीवनजी, सेठ पारसी रुस्तमजीसे अकाल पीड़ितों के लिए २४ पौंडकी हुंडी प्राप्त, २४४ जीवननुं-परोढ, २८१ पा० टि० जीवा, अमद, ४२, १०९ जीवा, फासिम, ११८ जुम्मा, हाशम, १०६-७ जूनागढ़, २७७ जूलू, ७५, २५१, -अत्यन्त आलसी, २६२ जूलूलैंड, १०८, ११४, १७३, २६५ जू, सुब, २२४ जेपस्ट्रीट, ४३५ जेमिसन, १८, ११५, १२९, ३६७, ४७१; के सारे प्रयत्नोंके बावजूद प्रवासी प्रतिबन्धक अधिनियम पास, ४२४ जेमिसन, डॉ०, रंगके प्रश्नपर, ४९८ जेम्स, सर, भारतीय व्यापारियोंपर ४८९ Gandhi Heritage Portal
पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 3.pdf/५६३
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