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पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 4.pdf/५८२

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५४४ भारतीय प्रवासी निकाय, ४४० भारतीय मताधिकार, ३५५ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, देखिए कांग्रेस भारतीय वस्तु-भण्डारमें आग, २८१ भारतीय-विरोधी कानून, ५०८ भारतीय विभाग विषयक कानून, २४ सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय भारतीय व्यापारियोंकी स्थिति अत्यन्त संकटग्रस्त, ८७; भारतीय व्यापारियोंके विरोधी पॉचेफस्ट्मके यूरोपीय व्यापारी, ९; भारतीय व्यापारियोंको चेतावनी, २७; भारतीय व्यापारियोंको पृथक बस्तियोंसे चले जाने की सूचना प्राप्त, २९ भारतीय संरक्षक, २१८, २६१, ४३३ भारतीय समाजका जोहानिसबर्ग के प्लेगमें प्रशंसनीय कार्य, १६२-६३; द्वारा ट्रान्सवालमें प्लेग के आक्रमणके परिणामसे मुक्त होनेका संघर्ष, १९५ भारतीयों के मंडियोंमें काम करने और अपनी रोजी कमानेपर रोक, १७१ भावनगरी, सर मंचरजी मेरवानजी ११० पा० टि०, १९० पा० टि०, १९१, १९७-९८, २१०, २२५, २३४, २४१, २४९, २६०, २६४, २९५, ३१६, ३२०, ३५५, ४४२; -का दक्षिण आफ्रिका के भारतीयोंको घटिया दर्जेके बतानेपर रोष, २८६; -का श्री लिटिलटनसे प्रश्न, ४८३; को श्री लिटिलटनका उत्तर, ४४४; -को श्री लिटिलटन द्वारा उपनिवेशमें पूर्ण रूपसे बसे भारतीयों के अधिकारोंकी रक्षा करनेका आश्वासन, २४२; -द्वारा ब्रिटिश संसदमें गिरमिटिया भारतीयोंकी आत्महत्याओं के बारेमें प्रश्न, २४८ भीष्म, ४२२; द्वारा सत्यका निरूपण, ४२१ भूकम्प-निधि, ४५३, ४६७ मंगोल, १५४-५५ मंचूरिया, ४०१, ५०९ म मंडी में यूरोपीय गिल्टीवाले प्लेगसे ग्रस्त, १९९ मक्का, ४०३ मजमूदार, व्यम्बकलाल, ४८६ पा० टि० मजीद, सैयद अब्दुल, ४८९ मण्डल - अदालत (सर्किट कोर्ट ), ३८५ मदनजीत, १५८ पा० टि०, ३०१, ३५८, ४३९, ४९९ -द्वारा अन्य भारतीय नौजवानोंके साथ भारी खतररा उठाकर प्लेगके मरीजोंकी सेवा-शुश्रूषा, १६३ मद्रास, २३, २५, ६८, ७०, २५३ पा० टि०, ३६४, ४७२ पा० टि०, ४८८, ४९१; मद्रासी, २१८ मनुस्मृति, ४२३-२४ मलायी, १४९, १८१, ३०२, ३७१, ४४७, ४८४, ४९० मसजिद का प्रस्तावित स्थान, ४०५ मसूरी, ४५८ महानारायणोपनिषद्, ४२० महान्यायवादी (अटर्नी जनरल ), ९८, २५९, ४१०-११, ४२६, ४६५; का प्रवचन, ४०९, से भारतीय शिष्टमण्डलकी मुलाकात, ४२५ महापौर, १४७, २०८, २४८, २५७, ३८६, ४९६, ५०६६ -ईस्ट लंदन के नियमन करनेवाले कानूनोंपर, १४१; का वक्तव्य, २४७ महाभारत, ४२०-२१ महाराज, टी०, ५१६ महारानी, ८१, देखिए, सम्राज्ञी मानपत्र, लॉर्ड राबट्र्सको, ३१६-१७; -लॉर्ड सेल्बोर्नको, ४८५ मॉरिशस, २६०, २७२, २९८, ३१३, ३३८, ५११ मॉरिस, १२५; -के फैसलेका आधार इस्माइल सुलेमान एंड कम्पनीका मुकदमा, १३० मॉरिसन, १३१ मार्केट स्क्वेयर १६४, ४०५, ४१९ मॉर्निंग पोस्ट, -की भारत सरकारसे गिरमिटिया मजदूर भेजने के सम्बन्धमें अपील, ८५; लॉर्ड मिलनर के प्रस्तावकी स्वीकृतिपर, २९१ मॉल, जॉर्ज, ४०० मॉर्ले, वाइकाउंट जॉन, ११४ या ० टि०, ११५ मालकॉम, सर जॉन, भारतीयोंकी सत्यवादितापर, ३६१-६२ माल दफ्तर (रेवेन्यू आफिस ), ३३६ मालिक संघ, ३७७ मास्को, ५१० मिचल, जॉर्ज; की दृष्टिमें सर आयर लालीका कार्य विश्वासघात के समान, ७४; के शब्द, ३१४ मिडिलबर्ग, ११७ मिलनर, सर आल्फ्रेड, १ पा० टि०, ३६, ३८, ४०, ४४-४५, ४७-४८, ५०, ५८, ७८, ८१, ८४, ९०, ९५, १०४, ११५-१७, ११९, १२३, १२५, १६७, १८६, २०८, २११, २५७, २६२, २७१, २७८-७९, २९१-९२, २९५, ३०४, ३१६, ३४३, ३४८, ३८६, ३९१, ४०८, ४५१; -जैसा कहते हैं वैसा चाहते नहीं, २७५; - ट्रान्सवालके भारतीयोंके प्रश्नपर, ८० न्यायके पक्षमें दृढ़ रहनेमें असफल, ३५०; - परवाना विभाग के बजटपर, २३१ - ब्रिटिश भारतीय दूकानदारोंपर, ५१; -भारतीय-विरोधी आन्दोलनसे दब गये, १९६३ -सरकार के इरादेपर, ५२; -का उपनिवेश कार्यालयको बाजारों के लिए अच्छे स्थान चुननेका आश्वासन, ४४; -का भारतीयोंकी Gandhi Heritage Portal