पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 6.pdf/११३

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८६. पत्र: युक लिन ल्यूको

[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर २, १९०६

प्रिय श्री ल्यू,

मुझे आशा है कि विदेश सचिवको भेजनेके लिए चीनी मन्त्रीके पत्रका मसविदा[१] आपको मिल गया होगा।

आपका सच्चा,

परमश्रेष्ठ युक लिन ल्यू
ट्रान्सवालके मुख्य चीनी वाणिज्यदूत
रिचमंड हाउस
४९, पोर्टलैंड प्लेस, डब्ल्यू०

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रति (एस० एन० ४४६८) से।

८७. पत्र: ए० एच० स्कॉटको

[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर २, १९०६

प्रिय श्री स्कॉट,

श्री रॉबर्ट्सन और आपने सुझाव दिया था कि लोकसभाके उन सदस्योंकी एक बैठक बुलाई जानी चाहिए जो ब्रिटिश भारतीय संघमें दिलचस्पी रखते हैं। क्या मैं जान सकता हूँ कि आपने इस मामलेमें कुछ और किया है या नहीं? लॉर्ड एलगिनसे एक बहुत प्रभावशाली शिष्टमण्डल हमारा परिचय करायेगा। शिष्टमण्डल में शामिल होनेवाले व्यक्तियों के नामोंकी सूची[२] और उस निवेदनपत्रकी प्रतिलिपि, जो लॉर्ड एलगिनको दिया जायेगा, मैं इसके साथ भेज रहा हूँ। आगामी बृहस्पतिवारको जब परमश्रेष्ठ शिष्टमण्डलसे मिलेंगे तब यही निवेदनपत्र बातचीतका आधार होगा। लॉर्ड एलगिनने मुझे शिष्टमण्डलके सदस्योंकी संख्या बारह तक सीमित रखने के लिए कहा है। इसलिए इस विषयसे सम्बन्धित अन्य मित्रोंको, जो, मैं जानता हूँ, खुशीसे शामिल होते, आमन्त्रित करनेसे मुझे वंचित होना पड़ा है। परन्तु मुझे लगता है कि यदि सभा, जिसका ऊपर उल्लेख है, आगामी बृहस्पतिवारसे पहले हो सके और उसमें एक

  1. देखिए "चीनी राजदूत के लिए पत्रका मसविदा", पृष्ठ ६३ ।
  2. शिष्टमण्डलके सदस्योंकी अन्तिम सूचीके लिए देखिए "पत्र: लॉर्ड एलगिनके निजी सचिवको", पृष्ठ १०१।

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