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१२१. पत्र: लॉर्ड एलगिनके निजी सचिवको

[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर ७, १९०६

निजी सचिव
परममाननीय अर्ल ऑफ एलगिन
महामहिमके मुख्य उपनिवेश-मन्त्री
उपनिवेश कार्यालय
लन्दन

प्रिय महोदय,

नेटाल में ब्रिटिश भारतीयोंकी स्थितिके सम्बन्धमें लॉर्ड एलगिनसे भेंट करनेकी मेरी प्रार्थनाके विषयमें आपका इसी ६ तारीखका पत्र मिला। सम्पूर्ण स्थितिपर बात करनेकी मेरी इच्छा नहीं है। परन्तु यदि लॉर्ड महोदय कृपापूर्वक मुझसे भेंट करना स्वीकार करेंगे तो मैं नेटाल-विधानकी आन्तरिक कार्यप्रणाली उन्हें बतला सकूँगा। स्वर्गीय सर जॉन रॉबिन्सन[१] और स्वर्गीय श्री हैरी एस्कम्बके, जो प्रवासी-प्रतिबन्धक अधिनियम और विक्रेता परवाना अधिनियमके संयुक्त रचयिता थे, अत्यन्त निकट सम्पर्कमें आनेका विशेष सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ था। ये दोनों अधिनियम, और खास कर विक्रेता-परवाना अधिनियम, बहुत बड़े और सतत सन्तापके कारण हैं। मेरी विनम्र रायमें परवाना अधिनियमके प्रशासनमें अक्सर बहुत गहरा अन्याय किया गया है।

मैं लॉर्ड महोदयका ध्यान इस तथ्यकी ओर आकर्षित करना चाहता हूँ कि इस अधिनियमके पास हो जाने के बाद भी इसके लागू करनेके बारेमें श्री चेम्बरलेनने नेटाल-मन्त्रालयको एक गुप्त खरीता भेजा था। यह खरीता अंशतः प्रकाशित हुआ था। इसमें कहा गया था कि परवाना अधिनियमके बलसे नगरपालिकाओंको जो मनमानी सत्ता मिल गई, उसका प्रयोग यदि वे विवेकके साथ नहीं करेंगे, तो इस अधिनियममें संशोधन करना आवश्यक हो सकता है। मुझे पता है कि लॉर्ड महोदयका हस्तक्षेप इन अधिनियमोंके बारेमें केवल कूटनीतिक हो सकता है और मैं ऐसे ही हस्तक्षेपका अनुरोध करना चाहता हूँ। भेंटका उद्देश्य यह है कि मैं लॉर्ड महोदयके समक्ष, अपनेतईं अधिक से अधिक योग्यताके साथ, स्थितिको इस प्रकार रखूं कि उपनिवेश कार्यालयकी परम्परागत नीतिके अनुसार जहाँतक उपयुक्त हो, हमें श्रीमानके सक्रिय हस्तक्षेपका लाभ मिले। श्री रैल्फ टैथमने विधान-सभामें जो नया विधेयक[२] पेश किया है उसके कारण मेरे लिए और भी लाजिम हो गया है कि मैं श्रीमानकी सेवामें उपस्थित होऊँ।

मुझे अत्यन्त खेद है कि मेरे पत्रमें जिस अधिकारपत्रका उल्लेख किया गया था, वह उसके साथ नहीं भेजा गया। ऐसा भूलसे हो गया, जिसके लिए मैं क्षमा चाहता हूँ। अब मैंने उसे

  1. १८३९-१९०३); नेटालके प्रथम प्रधानमंत्री, और उपनिवेश-सचिव, १८९३-९७। देखिए खण्ड १, पृष्ठ ३९५।
  2. देखिए, "भेंट: 'साउथ आफ्रिका' को", पृष्ठ ६४।