पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 6.pdf/२३०

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२०९. पत्र: जे० डी० रीज़को

[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर २०, १९०६

प्रिय महोदय,

आप प्रस्तावित समितिमें शामिल होने और कार्यकारिणी समितिके सदस्य बनने को तैयार हैं, इसके लिए मैं बहुत आभारी हूँ।

श्री अली और मैं दोनों ही इस बात से सहमत हैं कि इस प्रश्नको सभी तरहके दलोंसे अलग रखना चाहिये और इसे अपने बलपर खड़ा रहना चाहिए।

आपका विश्वस्त,

श्री जे० डी० रीज़
केगीनॉग
न्यू टाउन
मॉंटगोमरीशायर

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रतिकी फोटो नकल (एस० एन० ४५९६) से।

२१०. पत्र: वुलगर और राबर्ट्सकी पेढ़ीको

[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर २०, १९०६

वुलगर व रॉबर्ट्स की पेढ़ी
५८, फ्लीट स्ट्रीट, ई० सी०
प्रिय महोदय,

अखबारी कतरनोंके लिए १ पौंड १० शिलिंगका चेक संलग्न कर रहा हूँ।

२८ तारीख और उसके बादकी सारी अखबारी कतरनें श्री डब्ल्यू० रिच, मन्त्री, दक्षिण आफ्रिकी ब्रिटिश भारतीय समिति, नं० २८, क्वीन एन्स चेम्बर्स, वेस्टमिन्स्टरके पतेपर भेजनेकी कृपा करें।

आपका विश्वस्त,

संलग्न

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रति (एस० एन० ४५९७) से।