पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 6.pdf/२७८

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२५३. पत्र : सर विलियम मार्कबीको

[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर २६, १९०६

प्रिय महोदय,

दक्षिण आफ्रिकी ब्रिटिश भारतीय समितिमें सम्मिलित होनेकी आपकी स्वीकृति के लिए श्री अली और मैं अत्यन्त आभारी हैं।

आपको समितिके विधानका मसविदा और जलपानका निमन्त्रणपत्र अलग-अलग लिफाफोंमें भेजे जा रहे हैं। यदि आपने कहीं आनेका कष्ट किया तो कहनेकी आवश्यकता नहीं कि हम आपके बड़े कृतज्ञ होंगे। विधानके बारेमें कोई भी सुझाव मूल्यवान होगा।

आपका विश्वस्त,

सर विलियम मार्कबी
हेडिंगटन हिल
ऑक्सफोर्ड

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रतिकी फोटो-नकल (एस॰ एन॰ ४६४१) से।

२५४.

 

पत्र : थियोडोर मॉरिसनको

[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर २६, १९०६

प्रिय श्री मॉरिसन,

आशा है, आप बृहस्पतिवार के जलपानके लिए समय निकाल सकेंगे। इसके लिए आपके पास निमन्त्रणपत्र भेजा जा चुका है।

'आउटलुक' में मैंने वह लेख देखा है। पूराका पूरा लेख मिथ्या धारणाओं और वास्तविक स्थितिकी गलत जानकारीपर आधारित है। मैं नहीं जानता कि इस बारे में आप भी ऐसा ही सोचते हैं या नहीं। यदि समय मिला, तो इसका जवाब भेजूँगा।

आपका विश्वस्त,

श्री थियोडोर मॉरिसन
ऐशले
वेब्रिज

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रतिकी फोटो नकल (एस॰ एन॰ ४६४२) से।