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४२८. अफगानिस्तान में शिक्षा

अफगानिस्तानके शिक्षा विभाग के प्रमुख डॉ॰ अब्दुल गनी इस समय काबुल में शालाओं की स्थापना कर रहे हैं। शालाएँ स्थापित करनेके लिए उन्होंने काबुलके ४० विभाग किये हैं। इसके अलावा हबीबिया विश्वविद्यालयके सिलसिले में अच्छी-अच्छी पुस्तकोंका अनुवाद हो रहा है। चिकित्सा शास्त्रकी शिक्षा देनेका काम भी चल रहा है और सम्भव है कि इस महीने में लोगोंको उद्योगकी शिक्षा देना भी शुरू हो जायेगा। राज्यके खर्चसे शिक्षणके लिए विद्यार्थियोंको यूरोप और जापान भेजनेका विचार भी चल रहा है।

[गुजरातीसे]
इंडियन ओपिनियन, १३-४-१९०७
 

४२९. डर्बनमें जमीनवाले भारतीय

सन् १९०६-७ में डर्बनमें भारतीयोंके अधिकारमें निम्नांकित मूल्यकी जमीनें थीं :

विभाग भारतीय अन्य कुल
१४,४८० ११,४०,५७० ११,५५,०५०
२६,६०० १४,४९,१५० १४,७५,७५०
१९,६९० १९,३८,३४० १९,५८,०३०
३,४०,७९० १८,५७,७७० २१,९६,५६०
४५,९२० १३,१६,९१० १३,६२,८३०
१,०५,६८० ९,०७,५३० १०,१४,२१०[१]
२८,३८० ९,३२,६२० ९,५१,०००२[२]
  —————— —————— ——————
  पौंड ५,३२,५४०[३] ९५,४२,८९० १,०१,२५,४३०[४]

इस तरह देखनेपर भारतीयोंके पास केवल पाँच प्रतिशत मूल्यकी भूमि है, और उसमें भी अधिकतर तो बॉडपर होगी। इसलिए गोरोंका डर बेकार है।

[गुजरातीसे]
इंडियन ओपिनियन, १३-४-१९०७
  1. इन जोड़ोंमें छपाईकी भूल मालूम होती है।
  2. इन जोड़ोंमें छपाईकी भूल मालूम होती है।
  3. इन जोड़ोंमें छपाईकी भूल मालूम होती है।
  4. इन जोड़ोंमें छपाईकी भूल मालूम होती है।