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५३४
सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

क्राइडन, १६७

क्राउज़, डॉक्टर, -द्वारा एशियाई विधेयकका समर्थन, ४०४

काउन ऑफिस रोड, ३७

क्रॉफर्ड एच०, ३५८

कॉमर, लॉर्ड -का मित्रके मुख्य अधिकारी पदसे त्यागपत्र,

४३८; -को भगाकर मिस्रका शासनसूत्र

लेने का प्रस्ताव, ३७७

क्रॉमवेल एवेन्यू, २७, ३६, ४०, ४७, १७१

कॉमवेल रोड, ११, १८, १४२, १६१, २०५

क्रिश्चियाना, ५१२

केंगे, कुमारी मार्या, १८६

क्लार्क्सडॉर्प, ४५६, ५०२; -के भारतीय और स्मट्स, ४६७

क्लिप्स्प्रूट, ३४५, ३८८, ४००

क्लीमेन्ट्स प्रिंटिंग वर्क्स, को पत्र, २००

क्लेरको, ३६३

क्लैबक, हेनरी, ३०३

क्विन, ३२९ पा० टि०, ५१५; -भाषण २९३-९४,२९५-

९६; की धारणा, २९३; द्वारा सर विलियम

वैन हल्स्टीन के संशोधनका समर्थन, ४५९

क्विन, कैंटोनीज क्लबके अध्यक्ष, ५१३

क्वीन ऐन्स चेम्बर्स, ८०, १७३, १९८, २४३, २५४,

२७८, ३९६

क्वीन विक्टोरिया स्ट्रीट, १९१, २००

क्वीन्स वुड ऐवेन्यू, ३७

खंडुभाई, मणिभाई, ४११; -का भाषण, ४२२

खंडेरिया, मोहनलाल, ४११; द्वारा प्रस्तावका समर्थन, ४२१

खान, ४११

खुरशेदजी, ४११, ४२०

गंगादीन, बाबू, ५०३

गटु, ए० एल०, ५०४

गनी, अब्दुल, २०, १८३, २०८, २१०, ३३९, ४११,

४३२; - का एशियाई पंजीयकको पत्र, ३७१; - का ट्रान्सवाल लीडरको पत्र, ३७५; -का निहायत वाजिब सुझाव, ४०८; - का प्रार्थनापत्र, १९०; - का भाषण,

४११

गनी, डॉ० अब्दुल, ४३१-३२ गबरू, का भाषण, ४२१

गवर्नर, की सेवामें ट्रान्सवालके प्रतिष्ठित यूरोपीयों द्वारा आवेदनपत्र, ११३

गवर्नर जनरल, -की परिषद्, १०१ पा० टि०

गांधी, आनन्दलाल, ३२३, ३४१, ३७२, ४४६

गांधी, छगनलाल, १९, २२, २८८, ३३४ पा० टि०, ४४६, ४९१-९२; -को पत्र, २३, २८८, ३२०-२१, ३२२, ३२४-२५, ३३३, ३३७-३८, ३३९-४०, ३६४, ३७२, ३८६, ३९७-९८, ४४३-४४, ४४९,

४८९, ४९०-९१; को लिखे पत्रका अंश, ४७०

गांधी, देवदास, ४४५

गांधी, मणिलाल, २८७ पा० टि०, २८८, ३२३, ३३९, ४४५
गांधी, मोहनदास करमचन्द, १-२, ४, ७, १०-११,

१४ पा० टि०, १६ पा० टि०, २८ पा० टि०, ३० पा० टि०, ३१ पा० टि०, ३२ पा० टि०, ३३, ४५ पा० टि०, ४७, ४९ पा० टि०, ५७, ६५, ६७ पा० टि०, ७० पा० टि०, ७१ पा०टि० ७५ पा० टि० ७६ पा० टि०, ७७, ७९ पा० टि०, ८४ पा० टि०, ८७ पा० टि०, ९० पा० टि०, ९३ पा० टि०, ९७ पा० टि०, १०० पा० टि०, १०२ पा० टि०, ११०, ११२ पा० टि०, ११३ पा० टि०, १२०, १२७-२८, १३२-३५, १३६, १४१, १४३, १४५ पा० टि०, १४७ पा० टि०, १४८-५०, १५९, १६९ पा० टि०, १७२ पा० टि०, १७५, १७७, १८३, १८६ पा० टि०, १८७ पा० टि०, १९०, १९५ २०८-१०, २२०, २२३- २४, २३०, २४९, २६८-७२, २७६ पा० टि०, २७७, २८७, २८८ पा० टि०, २९३, ३२१, ३२३, ३२५, ३३३, ३३८, ३४१, ३६४, ३७३, ३८६- ८७, ३९७-९८, ४२८, ४४४, ४४९, ४६६, ४६९- ७०, ४८८-८९, ४९२, ५०४; अंग्रेजोंकी उदारता- पर, ३ ७५-७६; -अधीक्षक अलैक्जेंडरपर २८८; - अनुमतिपत्रोंके पांच मुकदमोंपर, ३५७; -अफगानि स्तानके अमीरपर, २९८-९९;-इंडियन ओपिनियन के मालिक, २०८; -उमर हाजी आमद झवेरीके जीवनपर, ४७४; -कच्ची उम्र में बीड़ी पीनेवालोंपर, ८३; - कुवाड़ियाके मुकदमेपर, ३५२-५३; - केपके नये प्रवासी कानूनपर, ३६८; - केपके परवाना कानून, पर, ३४८; -केपके प्रवासी अधिनियमपर, ३५५, ३६६; - क्विनके भाषणपर, २९३-९४; - गिरमिटिया भारतीयोंको खानेके लिए कम चावल देनेके डर्बन निगमके प्रस्तावपर ४७३; -चैमनेकी रिपोर्टपर, ३२८- ऋगर, राष्ट्रपति, १२९, १४८, २५५, ३८८, ४४०; - के जीवनकालमें लार्ड सेलबोर्न भारतीयोंके न्यासी, ४२१; द्वारा गोरे पास निकालनेके लिए बाध्य, ४१५ ऋगर्सडॉर्प, ३१५-१६, ४११, ५०४, ५११; -के महापौर

२२३; से तार, १४८