पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 6.pdf/५७७

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सांकेतिका
ट्रान्सवाल लीडर, ८७ पा० टि०, ३३०; लॉडे सेल्बोर्नके खरीतेपर, ३८३; को पत्र, ३७५
ट्रान्सवाल संसद, ३९३३ द्वारा एशियाई कानून-संशोधन विधेयक पास, २९८ में एशियाई अध्यादेश स्वीकृत होनेका अवसर, ३९५
ट्रान्सवाल-सरकार, के गज़टमें प्रकाशित फ्रीडडॉर्प बाड़ा अध्यादेश, १८७; द्वारा एशियाइयों के सम्बन्ध में एक संशोधन अध्यादेश पास, १

टाम गाड़ियों का कानून, ५११

टिफान्टोन, ३६

ट्रिब्यून, २९, ९१, २३८, ४१९ पा० टि०;-एशियाई विधेयकपर, ४०५; के संवाददाता की भेंट, १९; को भेंट, १-२

ठक्कर, ३२०, ३२३, ३३३, ३४०, ३७३, ४४९ -की तरक्की, ४८९

ठाकोर, कल्याण गोपाल, ५०३

डंकन, २२४-२५; -भारतीयों के अनधिकृत प्रवेशपर, १२१; -का एशियाई अधिनियम संशोधन अध्यादेशपर वक्तव्य, १५७

डचेतर, गोरे, २३९

डचेतर गोरा समिति, २२०

डर्बन, -का भारतीय समाज, २८८; - की सहानुभूति, ४८४;- के आसपास मलेरिया, ३९१, ४५१;-के मानपत्रका उत्तर, २८०; - के स्वागत समारोह में भाषण, २८२-८३; -में जमीनवाले भारतीय, ४३१
डर्बन व्यापार मण्डल के सदस्योंको लेडीस्मिथ निकायके निर्णयसे घबराहट, ३५६

डर्बन स्वच्छता संघ (सेनेटरी एसोसिएशन), ४०३

डर्वी, लॉर्ड, २९१; - द्वारा दक्षिण आफ्रिकी ब्रिटिश भारतीयोंके कष्टोंको कम करने की चेष्टा, ११२
डाउनिंग स्ट्रीट, १८२, २०७, २१२, २३८, २४५, २५३, २६६

डॉक्टर, एम० एन०, को पत्र, ४१, २३४

डायरिंपल, कर्नल डब्ल्यू०, ३५८

डार्विन, ३१७, ३३६; -के नीति सम्बन्धी विचार, ३३५- ३६; -के मतसे जानवरोंमें भी कुछ हद तक परमार्थ-

बुद्धि, ३३७

डालिगश, की गवाही, १३९

डिग्बी, सैम, को पत्र, ११६

डिल्क, सर चॉर्ल्स वॅटवर्थ, ६ पा० टि०, ४२, ४६

पा० टि०, ९१, ९३, १०० पा० टि०, १०१, १११ पा० टि०, १७५ पा० टि०, १९७, २१४ पा० टि०, २३५; -का भारतीय शिष्टमण्डलके लिए अनुदार दलका समर्थन प्राप्त कराने का आश्वासन, ११४; -को पत्र,

८८, १००, १४१, २०६

डी' वाल, ३६३

डी' वेट, ३६३

डेलागोआ-वे, ४८९, ४९१, ५०९; -जानेवालोंका कर्तव्य,

५०८; - की रेल, ३९३; - के भारतीयोंसे याचना, ४६२; -को जानेवाले भारतीयों के साथ सख्तीका व्यवहार,

३२९; में विदेशियों के लिए रोक-टोक नहीं, ३४४
डेली न्यूज़, २४४; के सम्पादक के साथकी भेंट अत्यन्त सन्तोषप्रद, २५३; को भेंट, २७४

डेली मेल, २३८

डोनोवन, २८८

डयूक स्ट्रीट, २०३

ड्यूटायट, जी० जे० डब्ल्यू०, ३५

ढींगरा, मदनलाल, ९९ पा० टि०

तम्बाकू, के दुर्गुण, २८६ तर्क, के सिद्धान्त, २९३ तांजी, ए०, १०५ ताबुक, ४८६ तिलक, ४३६ तीन पौंडी शुल्क, २, ३

तुर्की, और जर्मनी, ३४६; -के मुसलमानोंपर कानून लागू, १९५

तूलों में फ्रेंच युद्धपोत विनष्ट, ३९४ त्रावणकोर -कोचीन, १०१ पा० टि० त्रिभुवन, डॉक्टर, ४९२

थॉर्नटन, टी० एच०, ८६ पा० टि०, ९१, १०१, १२०,

१४७, १७५ पा० टि०, १९७, २१४ पा० टि०, २३५; - का भाषण, २७२; के नाम कागज, ८६;

-को पत्र, ७७, ८९

थियोसॉफिकल सोसाइटी की अध्यक्ष श्रीमती बेसेंट, ३१९

थेरेसा, ३०३