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सांकेतिका

शान्ति-रक्षा अध्यादेश, ६, ८, ३३ पा॰ टि॰, ५१,

५३, ५७, ८४, २२१, २२३-२४, २९३; -ब्रिटिश शासनका, २१२; -भारतीय पत्नियोंके लिए अत्यन्त सख्त, २२२; -और १८८५ का कानून ३, २१३; का दुरुपयोग, ५०; -की निन्दा, १८८; -को भंग

करनेमें भारतीय समाज रत, ११८

शाह, नानालाल, ४११, ४१८

शाही आयोग, की नियुक्ति, ११९

शिकागो, १८९

शिक्षा अधीक्षक, -की रिपोर्ट, २८३-८४

शिक्षित भारतीयों का कर्तव्य, ३०६

शिया, और सुन्नी, ३६९

शुक्ल, दलपतराम भवानजी, ३९

शुभचिन्तकों, का भोज, २०४

शेक्सपीयर, की उक्ति, ३०३

शेखसादी, -का ४० वर्षकी उमरके बाद अध्ययन, ४७७

शेफस बुश रोड, १५४

शेफील्ड, में लार्ड लैन्सडाउनका भाषण, २२८-२९

शैफट्सबरी ऐवेन्यू, १९

श्रीलंका, ३१४

श्वान, सर चार्ल्स, ६७, ८८, ९३, १०१, १७५ पा॰ टि॰,

१९७, २३५, २४३, २५९ पा॰ टि॰, २७३;-

को पत्र, ६६-६७

श्वेतसंघ, -में लाई सेलबोर्न द्वारा की गई घोषणा, ८४

संघवी, ३२३, ३४१; -का मामला, ३३९; -की रायमें

भारतीय समाजके सभी वर्गो मैत्री, ३०८

संडे टाइम्स, ४६०, ५१२

संसद सदस्यों की दूसरी सभा, २७३; के लिए प्रश्नोंका

मसविदा. १८७-८८

सच्चा भारत, (दी रीयल इंडिया), १०१ पा॰ टि॰

सड़क-निकाय अधिनियम, ३९

सनातन धर्म सभा, ४७९, ४९०

सभा, लन्दन भारतीय संघकी, १८३-८४

सरकार, बनाम मुहम्मद हाफिजी मूसाका मामला, १८८

सरदार, गंगादीन, ५०३

सम्पत्तिके बारे में फैसला, ५; -के न्यायाधीश एशियाई बालकके मुकदमेपर, २१४-१५; के परवाना अधि- कारियों के निर्णयोंपर पुनर्विचारका अधिकार बहाल करनेकी सिफारिश, २७०; -के फैसलोंके कारण मौजूदा कानून में बहुत-सी अड़चनें, ३५२; -द्वारा १८८५ के कानून ३ की व्याख्या, ५०; -द्वारा बच्चेपर मुकदमा चलानेकी आलोचना, ९; में परवानेका मुकदमा, ३७८;-में मुहम्मद हाफिजी मूसाके मामले की सुनवाई १८८; - में लेडीस्मिथकी ११ अपीले, ४३७ सॉडर्स, २४७, २६० साउथ आफ्रिका, ७ पा॰ टि॰, ५९ पा॰, टि॰, ९१, १०९ पा॰ टि॰, १४९, १५३, १७३, १७६, पा॰ टि॰, १९१, १९३, २०८ पा॰ टि॰, २१९, २६७ पा॰ टि॰ के सम्पादकको पत्र, २०७; -को पत्र, २३१-३२; -को भेट, ७-१०, ६४-६६, १८२-८३; -को हार्दिक धन्यवाद, १०; -में मुलाकात प्रकाशित, ३४ साउथ हैम्पस्टेड, १९२ साउथैम्प्टन, २, ४३७;-में वेस्ट और उनकी बहनसे मुलाकात, २९ साबरमती संग्रहालय, ३८६ पा॰ टि॰ सामाजिक आदर्श, ३४९-५० सामान्य विक्रेता परवाना, सम्बन्धी कानून, ४५९ साम्राज्य सरकार, १६९ साम्राज्यीय आयोग, के विषय में प्रतिनिधियोंकी प्रार्थना, २४५ सार्वजनिक सभा का आयोजन कांग्रेसका उचित कदम, ३९०; - में एक भी विरोधी आवाज नहीं, २११ साले, उमरजी, ४११, ५०४; द्वारा प्रस्तावका समर्थन, ४२२ सॉलोमन, ई॰ पी॰, ३८० सॉलोमन, सर रिचर्ड, ६२, १३९, २१०, ३२८-२९, ३५१, ४१३; - एशियाई अध्यादेश पास करनेके हकमें, ३५४; - एशियाई विधेयकपर, ४०५; - का भाषण ३१५; - की तजवीज ३२९; -की प्रिटोरिया में हार, ३६३; -के प्रिटोरिया में चुनाव प्रयत्न, ३४४; -के भाषणका अनुवाद ३२५; - के साथ श्री अलीकी मुलाकात, १९५; - को पत्र, १३८-३९, १७२; द्वारा मन्त्रिमण्डल में पद ग्रहण करनेसे इनकार, ३८०; -पर अपना मत व्यक्त न करनेके कारण कुछ लोग नाराज, ३०५ साल्टर, विलियम मैकिटायर, २८९ पा॰ टि॰, २९० साहित्य समिति, -की ओरसे श्री झवेरीको हार, ४७९ सिंह, बाबू, लालबहादुर, ४११, ५०३ सिकन्दर, ४९३-९४; -इतिहासवेत्ताओंकी दृष्टि में महान्, ३०२; का हेतु, ३०२ सर्वोच्च न्यायालय, ६४, ८४. १२५, १९३, २३२, ३०५, ४३३, ४६५; -परवाना अधिकारियोंके निर्णयोंपर पुनर्विचार करने में असमर्थ, २६९, -का अन्याय पूर्ण निर्णयोंपर पुनर्विचारका अधिकार हो, ५६; - का पूनिया के मामलेमें न्याय, १२६; का स्थावर