५४४ पटेल, ई० एन०, १९५ पटेल, गुलाब भाई, ८० पटेल, दावजी, २९६ पटेल, मणिभाई चतुर भाई, ३८७ सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय पटेल, मुहम्मद दावजी, के पंजीयन सम्बन्धी प्रश्न, ९ पठान का जनरल एलफिन्स्टनको उत्तर, ३४ पडियाची, एस० पी०, १३८ पण्डित रामसुन्दर, १०२, १७४, ३१०, ३६१, ३६६, ३७२-७३, ३७६, ३८०-८२, ३९०, ३९५, ४१२, ४१४, ४१७-१८, ४२१, ४३८, ४४४ पा० दि०, ४४५ पा० टि०, ४५६, ४७० का उपनिवेश- सचिवको पत्र, ४३४-३५ का जीवन, ३६३; -का जेलसे भारतीयोंको संदेश, ४१५९ -का जोशीला भाषण, १०१, २६९; -का डेली मेलके नाम पत्र, २६४-६५ का मुकदमा, २९६, ३५१-५२, ३६५, ३७९, ३९६; -की देश-सेवा, ३७७; की राय में अधिनियम के सम्बन्धमें सच्ची बातें अपने देशवासियोंके सामने रखना उनका धार्मिक कर्तव्य, ३५६३ - के जेल जानेपर कई जगह सभाएँ, ३८७ -के जेलसे छूटनेपर गांधीजी, ४३९; -के मुकदमेकी जाँच, ३७२; - के मुकदमे सम्बन्धी तथ्य, ३५९; के सम्बन्धमें ट्रान्सवाल लीडरकी सूचना ३५१ पा० टि०, को अधिनियम के अन्तर्गत सजा, ३५६; को श्री स्मट्सका जवाब, ४५५; - पर बधाईके तारोंकी वर्षा, ३६५ पत्र, चाऊ क्वाईका चीनी संघके नाम, ३६९; -शाहजी साहबका अखबारोंको, ३८१; -श्री क्विनका अखवा- के नाम, ३६९; -श्रीमती भीकाई रुस्तमजी के० आर० कामाका, १६०९ -श्री रुस्तजी पारसीका, १२०- २१) स्टैंडर्टनकी भारतीय समितिका, ४४३ परवाना, सम्बन्धी अर्जीक विनियम, ४२७-२८; परवाने; -काफिर भोजनगृहों और फेरीवालोंको, ४४०; -खानवाले क्षेत्रमें ३८८; -का मुकदमा वीरा दुर्लभपर, ३१७; - के बिना व्यापार करनेवालेका माल नीलाम, ३२ - के लिए श्री चैमनेके हस्ताक्षरोंकी जरूरत, ४४; - परवानों, - के बारे में भारतीयोंको लिखित सूचना, ३१३ परवाना अधिकारी, २४ परवाना कार्यालय, का बहिष्कार, ११८ परवाना-निकाय, का निर्णय परिस्थितिके मुताबिक अन्याय- पूर्ण नहीं, २४२ परिवहन उपनियम -का संशोधन, ४०८ परीक्षात्मक मुकदमा, १९२, २०७, २८८, ४३० पर्लेशिन, डीमिट्रिअस, १२९ पाँचा, बाह्या, ४२६ पाइन स्ट्रीट, ३७२ पॉचेपस्टम, १०२, १५१, १६१, १६८, ३२०, ३३०, ३३१, ३४७, ३५०, ३६३, ४१४, ४४१, ४५६ -और क्लार्क्सडॉर्पका निर्णय, १७३; और क्लार्क्स- डॉर्पपर धावा, १७२; -और क्लावर्सडॉर्पमें पंजीयन फार्यालयकी असफलता, १९५३ -के भारतीयोंको तार, १६२, -से तार, ९० पॉपस्ट्रम व्यापार मण्डल, -द्वारा श्री कटिसके प्रति आभार प्रकाशन, ५७ पारसी समिति, ३६५ पारेख, मुहम्मद मूसा, ४२८; -का न्यूकैसिलसे पत्र, ३८७ पाल माल गज़ट २४१, २१८ पाश्चात्य प्रजा का राक्षसी उपायसे सन्तान-निरोध, ४५३ पिल्ले, ३१, ८२, ३६५, ४३१, ४३९, ४७२ पिल्ले, ए० एस ०, ८० पिल्ले, रामस्वामी चोकलिंग, ४२६; पिल्ले, सी० एम० ४४४ पा० टि०; का मुकदमा, ४६१ पीट रिटीफ, ३२०, ३५०, ३६३३ - में श्री ठेवी, २४५ पीटर्स, ऍथनी, २९७ के साथ पुलिस अधिकारीका दुर्व्यवहार, २७६; पर मुकदमा, २९४, २९६ पीटर्सवर्ग, १००, १४३, १५४, १६१, १६८, २३७, २४७, २७६, ३१४, ३२०, ३२८, ३३१, ३३४, ३४६- ४७, ३५०, ३८०, ४४५ पा० टि०, ४५६, ४७०; -और जूटपान्सवर्गके भारतीयों द्वारा पंजीकृत होनेसे इनकार, १७३; का तार, १७२; -का मुख्य धरनेदार, हासिम मुहम्मद ३२६३ -की बहादुरी १६७९ -की बहादुरीकी प्रशंसा, १७२; -के भारतीयोंको तार, १६२; -के सम्बन्ध में सूचना, १५३; पर बला, १४५ पुनसामी, पर मुकदमा, ११ पुरस्कार, की शर्तें, गीत रचनेपर, ५ पुरानी धर्म-पुस्तिका, (ओल्ड टेस्टामेन्ट ), ११९ पुलिस आयुक्त, का पत्र धरनेदारोंके बारेमें ३१३, की सूचना, ४५ को पत्र, २९०-९१ पूनिया, और सुलेमान मंग के मामले, २७६-७७; का मामला, २४८; की गिरफ्तारी, ४२१ पूर्वका ज्ञान, ४२ पूर्व भारत संघ, ४२२
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