पृष्ठ:सरस्वती १६.djvu/५२५

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सरस्वती। . .. [माग १७ www रामा पुरनपा के पुन प्रपा ही मतान सर विल्सन योनियो हपि । लिसमें किपीन बाले अपने की हिम्युषों से उत्पन्न पहावे है। धीमी प्रग्यों में लिग्न है कि ईसा से १,२..बर्ष पहले पुरु मामी पानी का परकि इस हीप में पोई माम के पुर सामन के साप पीस पास के पूर्व चीन स्थान पर दिन-पर्म के प्राचीन चि मिने गये। ये भोग चीन के पप्रिम पर पहाड़ी प्रान्त से पाये कमरामों पर बने मदानों में हिसान से मिरों थे। इससे मालूम होता है कि लोग कारमीर, नानधार भार शिशमयों के संगर दिमाईते समुसिमारे पजाप से गपेरेंगे। वे रंश प्रापीन मारत माग थे। चीन की से कोई चार सामीम दरबार मामा रगत पर मदर पर्म मप्पावर पार पिया की जननी निस्सन्देह मारवममि गप भपी की कारीगरी के कान में हिमबखो । दी।मापीन मारम पर चीन में पड़ा गाई सम्परा पा ही प्रविण मोFI इसके मने प्रमाण । रामापय मानि प्राचीन प्रन्यों में धीर घाली-होप ! पौर चीन की वापों का ग्लेन मिता।चीम की राय .. समा में हिन्दुस्तान रामभूगों का अमा पपी सरद सिन पासोप जामा के पूर्व में सर स्यमा सिर है। चीन में जमा का संजना हिन्दुधीरे समय पारा मिलते हैं कि इस जगह का मामको साधर्मी परा प्रमाण है। पाया जाता, for पहा शहर पार परियों का समय भारतीय उपहीप-समूह।। मी निपानी का। (INDIAN ARCHEPELIGO) सुमात्रा। गंबरा सिग्ने कि इन दीव में मुप्प-बशी निय इस द्वीप में हिन्दुओं का पविण ममिर स्यामा . बान पगे ये 14 मन्दिरी की दीवारों पर ऐसी भनेक । मिक्षा | अनेक परिणत मूर्तियां भी गां मिलती हैं। चियावनियां भार प्रम्पों में ऐसी पर बात जिनसेवा माली का मारतीय प्रिय होना मामित दवा है। सेलेषिस-द्वीप । । जावा-दीपा इम द्वीप में भी दिमुमो के भनेक सिमित है। माबादसिदाम में रपट निसा भारत के सिा प्रशाम्त महामार में मितनं हीप-समूभी में मान्तपात मे हिम्मदीप में गार यस पेसमी के स्मारहि पाते मिी समप या पर ममुपों की सन्यता मिई और सपना मत भएप पर पा बापासात् स ममप तक प्ररमित है। ग्मा प्रारम्भ मारवर्ष परमे दुपा पा । एफिमरम साहब पनाये पतिमाग में परमपदम पौने नि पा में तो मत्पन्न प्राचीन काम से दो का भाग- निम्धी कार दस गाया गया ।म सोमबार गमन साहै। रम्मपत्री के समय में शाम पायाभर मातीम द्वीप में पदरा सुनी माटी कि माय रामरामरामपाय मारमेरा सातनी मी प्रारम्भ में गुगरात देश एस पांच राम्प सरापरी रिमीपणारा पिप समर बमा प्रादमी एप पचर मराम नाम के एक में गिनुमान बोगी में पामिरमर स्थान पर पम पापमापीयेशार मनुष्य पर स्पिा परममप में मान-में गरे। सारगी समाप्रबार पत पनि मम्मा पा। इमरामा मात्र fire: दिया। पीनगएर मिरपात्रो, जिम , विराम भरमा माम मीमान - बोपी पदी में ऐस प्रा. मिरा में रस समपानी पण्पिा समाप की mfrrr. . मारोपाच मी महिए-