पृष्ठ:सरस्वती १६.djvu/५९२

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8 इंडियन प्रेस, प्रयाग की सर्वोत्तम पुस्तकें से पुष्पाञ्जलि। हैं। पद पुस्तक उत पणिव जी की लिररी हुई है। (प्रथम भाग) २१ विपयों पर पड़िया पढ़िया लेस लिस कर नन्दने मादित्य र इसे २४४ पेज में सजिल्द तैयार किया है। मूल्य १) वरित श्यामविहारी मित्र और पंडित यमदेष- एक रुपया । बिदारी मिम को हिन्दी-संसार मले प्रकार माना है। सचिन मन्दी महासयों के पटिया लेखों का यह संमह है। थद्भुत कया। इसमें पार सौ से भी अधिक पेम है। वीन पित्र भी ___ यह पुस्तक पायू श्यामाचरण दे-अपीय पंगला के दिये गये जिस्व मी पॅपी हुई है वो भी मूल्य 'वरउपकपा' नामक पुस्तक का अनुवाद है। इसमें केयल देर रपया। ११ फहानियाँ ६।बालक-पालिका एवं सभी मनुष्य मृद्धि । स्वमाययः फिस्से-कदानी मुनने पार पाने के अनुरागो कोई मनुप्प ऐमा न मिझेगा मिसे सृष्टि की पाद दवे हैं । इस पुस्तक में ऐसो पिपिप्र विचित्र पदया- न हो। किन्तु इया रसते हुए मी द्धि-मापन का फरक और मनोरम्पक कहानियां जिन्हें मप लोग पाप न जानने के कारण किसने दी लोग सफल- पढ़े पाय से सुनें और पढ़ेंगे। माम दी माप उन्हें मनोरम मदेकर भाग्य को दोप देते ६और श्रीपति प्रनेरु सरह की शिण भी मिलेगी। इममें कदानि। के प्रयम से पिमुस दोफर कष्ट पावे है। जो लोग से सम्पन्ध रपने पाले पाप पिन भी दिये गये है। भाग्य के भरोसे रद कर दरिद्रया का दुरुप झेलवे पुए मूल्य III) यारद माने । भी दि-प्राप्ति के लिए कुछ उद्योग नहीं फरखे उनके राजर्पि। लिए पद पुनक पदे काम की है। इस पुस्तक में पदाहरण के लिए उन भनेक उद्योग-शील, निष्ठागन मून्य ) पार पाना पर्मपोरों की संक्षिप्त जीयनी दी गईमा लोग स्या- हिन्दी अनुरागिरी को पद सुन फर पिरोप बसम्पन-पूर्यफ म्यवसाय करके अपनी दरिद्रवा दूर फर दोगा कि मायुत पापू रवीन्द्रनाय ठाकुर के "गला करोल्पवि दो गईं। इतनी पदिया पुगक फा मूल्प रा रामपिन्याम का अनुपाद हिन्दी में दुपारा या. समिन्द दोने पर भी कंपळ १) सपा पपया सरा कर तैयार है। इस ऐतिहासिक उपन्यास में पने गया। से पुरी पासना शिगे दूर होती है, प्रेम का निरदल मावादप में समद पदना दिमापी विनोद येचित्य । पातों पर पुराने सगी पार पपपपा- दिपन प्रेम, प्रयाग मे निकलने पाती निदास- स मे दिमाग मरावाम रमन्याग को मो. माता के पप-सम्पादक पण्टिा मोमेश्वरदय गुरु, पुरर दोने। निमहोप मार में पाने और पी० ए० को हिन्दी-मारा-मारी मरे प्रकार जान इसके महान उप की मी-मानि समझ मात । पुराफ मिलने म पग-मैनेजर, इंडियन प्रेस, प्रयाग ।