पृष्ठ:सरस्वती १६.djvu/७४

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गलेंड के महान पुष्यों की श्मशान भूमि ।। TITUATIONS Human सी. मा इसके समासद वमाये गये थे, ये थे- के सेमेटरी पा संट मे सम्बन्ध रम्ने थाम्दा त सर कृष्णगोविन्द गुप्त . . सारा व्यय इंगळेह की प्रजा देती है। । नमाम महम्मद हुसैन पिलप्रामी • समाप्त इस समय जो समासद हैं उनके नाम है- . 1. मिर्धा प्रयास प्ली मेग इंगलैंड के महान् पुरुपों की . सरदार दलजीतसिंह कई समासद पिना पालेमेंट की मामा के हटाया श्मशान-भूमि । नहीं जा सकता । पार्टमेंट का फेई मेम्बर कौन्सिल HTTPHERE उसी यर्प मे गले में सबसे प्राय रिया का सभासद नहीं हो सकता। यह अधिक पयिन दयालय पेस शान्सिल पाच समासों के उपस्थित क्षेने पर मिनिस्टर प्रये (ITH Minister 'सप्ताह में एक दफे होती है । इसके कार्य समितियों SHE Ioley) नामक गिरजाघर माना में बैटे हुए है । इस कौन्सिल के समापति सेमेटरी जाता है। प्रर तक इसकी भूमि 'प्राय स्टेट है। उमको अधिकार है कि जिस विषय मेंगलोर पर्नेफ गो, प्रनेक पर चाहे ये कौन्सिल की सम्मति म ८ । परन्तु ये घीये, अनेक विद्वानी पार भनेक कपियों के मृत पिपय ऐसे ही होने चाहिए जो गुप्त रमने योग्य है। - शरीर गाड़े गये हैं। प्राज इस विस्तृत गिरने की पर्य-सम्बन्धी विषयों पर उनका यदु-सम्मति पर जरा भी भूमि शेष नहीं जहाँ काई पारम्परिक गाड़ा चिलमा पड़ता है। युद की प्रामा उनको पालेंमेंट के दोनों पड़ों से सेनी पड़ती है। मारतय की इस गिरजे के भीतर प्रवेश करते दी मनुष्य (कासिलो में जो कानून पास होते हैं उनकी स्वीकृति का उदय पादर पार श्रद्धा से परिपूर्ण हो जाता । की पापा उनको राजराजेयर मे प्राप्त करनी पड़ती है। गिरजे फी इमारत पड़ी मालीशान है। यह है। गवर्नर जेनरस, गयर्नर. हाईकोर्ट के जज लायो रुपये की लागत की है। किन्तु मुम्दाना में इत्यादि पे रामरामेश्यर की पासा से मुकर्रर करते यह उत्तनो प्रयही नहीं इस इमारत के कई यिमाग ।६। यदे किसी पिपय पर अपनी प्रापा दें तो ६। उनमे इगल के उम सपूतो फी रुपरे पीर. । सात दिन तक यह भामा समामदों की सम्मति के मर्तिया है मिन्दोंने इस छोटे में देश का मेमार में । लिए की रहती है। समासदो के विरोध करने पर भी पद अपनी प्रामा जारी कर सकते ६.परन्तु उप पार शनिशानी पनाया ६, धार जिनके कार्यों १ सेगमेंट की कीर्ति प्राज मंसार में पारी पार । ऐसी प्रयम्या में उनका इसका कारण स्पष्ट लिग प्यात हो रही है। यही की भूमि में मोये । कर मा पड़ता है। यदि कोई प्रापा उदं पियश ' र प्रति शीम पालनो पहुँमा उसकी सपना पौर म पिधाम में रहे६ हिन्दोंने अपनी जन्म- मेग्य का देना पापदपक है। भूमि की भारत की पतयार पकड़ पर उप मष भूफानो मे पाया है। उमे भादरणीय पार उप मेक्रेटरी प्राए सेर उनी मिल कममा- बनाने में अपना साग जीपन पोन रिय। । सद, उनके दफर के सर पार कर्मचारी-न यहाँ केनिक, पीन, टि, फारम, प्रेटन पार कर. रस का वैनन भारतपर्व देवा है । पराठ उपदेश फल मे यार शान्ति की शप्पा पर गंा है। जा सके। स लेनी पड़ती है। मारत