पृष्ठ:सरस्वती १६.djvu/७६

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सिंख्या 1] इंगलर के महान् पुरुपों की मशान भूमि । बटुप्त कछ लिखा है। बढ़े पादमियों को अपने , इसके बाद मजा-पक्ष के शामल, प्लंफ पार राषिप्यत् का पता कमी कमी पहले ही लग जाता है। मायर्टन की समाधिर्या है। पास ही घिटान पार . इसके अनन्तर एक दायाम ऐसी है जहाँ वेदाम्तो राजा प्रथम जेम्स की है। इसने अपने गर के राम पौर रानियों की समाधिया है। लिए अपनी कोई मूर्ति नहीं बनने दी। इसके बाद यकि- अपने समय की सबसे सुपर पार पीर रानी मेरी राम के सकायलियर्स की समाधि है। यह समाधि मी यहीं गदी है। १४ वर्ष की उम्र में इसे परम पैसी ही विशाल. पिचित्र पार मुन्दर जैसा कि मायाक्ष पार गजनीतिम रानी पलिप्रपेय ने फांसी मुफका इतिहास । पासही योररामाहितीय बिलि- पर घदधा दिया था। मेरी की समाधि उसके पुत्र यम की समाधि है । युद-भूमि में अपनी सेना का प्रथम जेम्स ने बनवाया था। उसकी मूर्ति से स्पए स्वयंसम्चालन करने वाला,गले में, यही अन्तिम मालूम होता है कि यह बड़ी दिलेर पार सुन्दर रामा दुपा है। इसके प्रमन्सर एक ऐसा फोना पी। भागे चल कर रानो ऐन पार या हतोय मिलता है, जहाँ उन राजकुमारों की हडियो पदी पिलियम फी रामो मेरी की मूर्तिया है। रानी मेरी है. लन्दन फेसिया पुणे (Turer) में निर्दयता के पल में ही राजा तृतीय विलियम भी गा मा से मारे गये थे। है। राजा तृतीय यिलियम पद में बहुत छोटा था। मागे चलने पर गले की सबसे प्रमद रानो उसकी रामो उससे बहुत लम्पी थी। इस कारण पलिज़येय की समाधि मिलसी है। उसी के गज्य- मूर्तिकार ने राजा की मूर्ति को रानी की मूल के काल से गले के महाप पार गारय का समय भग़म में एक सिपाई पर खड़ा किया है। इससे प्रारम्भ दुपा था। उसी के शासन समय में इंगले राजा रानी दोनों का कद परार मालूम क्षेता है। में प्रसिर फाष शेरसपियर पार, प्रमिर पर ट्रेक इसके प्रागे एक तहखाने में स्टुपर्ट-यंश के ३८ हुए थे। उसके चेहरे से पोरता, अनुरसा पार यो की समाधियां पास ही पास है। इनमें से हदता के भाय झलकते हैं। यदि स्पेन के गमा ने को राजा.कोई पुजारी पार कोई सैनिक था। इसे देख लिया ता तो पद कभी गलेंद पर पहुत काल बीत आने के कारण इम लोगों की पढ़ाई न करता । उसकी पाज पक्षी की ती माफ कीर्ति अप यिस्मृतमाय है। पर अपने समय में ये पारड़ता में जमे हुए शेठी मे सनित गाई समयदेममय योर पार शामताली । कि धन की उसे पयो इरानी चाह पी, अपने प्रेमियों इसके बाद एक पार पालाम है। उसके द्वार के साथ पद पयों इतनी कढ़ाई करतो पी पार पर लिग हुमा है-सप्तम हेनरी। उस समय के उसकी प्रमा उम पर फ्यों इतना पिण्यास रपती शिल्पकार को पतुर थे। उन्होंने यहां पर पड़ी थी। उसके पायरय का पता उसके घर में दी मुन्दर मूर्तियां बना फर समी। राजा हेनरी की सग जाता है। यद रामी अपना साग जीयम प्रेम मूसि दी शानदार है। अपने समय के रामसी करने दी में पिता फर अन्त तक पुमारी रही। पारम्पर से यह सनी दुरं। उसी के पास उसकी सा.पर इस गिरजे पा मम्मे पुपमा पा रानी पी मरो वानी मलयां अपनी अपनी समाधि पायम माग मिमता ६। यहां प्राचीन मरपतिकी ऊपर है।गमा की समाधि पर उसकी प्रतिम के बीच धार्मिक पार महाग्मा गा पपई एप्पा खुवी कि पद गाहा जाय-"रा. (Eihari.rutanifini) गाउ मा पम्मान मदित. किन्तु विना किसी परम्पर के"। मृत शरीर पर मन्दर के भीतर पर या एज-