पृष्ठ:सोना और खून भाग 1.djvu/२१०

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करता हूँ कि आप यह काम बड़ी खूबी से पूरा करेंगे। खैर, दूसरा काम भी फर्माइए।" "मेरा दूसरा काम यह होगा कि मैं कम्पनी की सरकार को यह सलाह दं, और उसके सामने शिक्षा की एक ऐसी योजना उपस्थित करूँ कि जिससे भारतवासियों को अंग्रेजी सिखा कर उनकी सहायता से अंग्रेज हिन्दुस्तान पर हुकूमत करें।" "मैं समझ गया । आपका उद्देश्य यह है कि हिन्दुस्तानियों में राष्ट्रीय भावना पैदा ही न होने पाए।" "निस्संदेह, यह एक बड़ा खतरा है। मेरा दृष्टिकोण यह है कि अंग्रेजी शासन भारतवर्ष में चिरस्थायी रहे।" "क्या आपने ऐसी कोई योजना सोची है ?" "मैंने बहुत कुछ सोच-विचार लिया है सर मैटकाफ। यदि मेरी बताई हुई शिक्षा योजना को काम में लाया गया तो आज से ३० बरस बाद कम से कम बंगाल के इज्जतदार लोगों में एक भी मूर्तिपूजक न रहेगा।" "माई लार्ड, मैं आपकी बात की तह तक पहुँच गया हूँ, और मैं कह सकता हूँ कि आप भारतवासियों के धार्मिक और सामाजिक जीवन को नष्ट करने का संकल्प कर चुके हैं।" "यह आपका ख्याल है, मैं तो इतना ही कह सकता हूँ कि ब्रिटिश सरकार को इस समय अपने विशाल साम्राज्य के लिए अनेक वफ़ादार और कुशल नौकरों की ज़रूरत है, उसकी यह ज़रूरत पूरी हो जाय ।" "किंतु आपको ज्ञात होना चाहिए कि इस समय भी भारत शिक्षा प्रचार में यूरोप के सब देशों से आगे है। और प्रतिशत आबादी के हिसाब से पढ़े-लिखों की संख्या यहाँ अब भी यूरोप से अधिक है। यहाँ असंख्य ब्राह्मण अध्यापक अपने घरों पर लाखों विद्यार्थियों को मुफ्त शिक्षा देते हैं। इसके अतिरिक्त सभी बड़े-बड़े नगरों में उच्च संस्कृत साहित्य की शिक्षा के लिए विद्यापीठ कायम है, इसी तरह उर्दू २१४