यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
समर्पण ।
मातृभाषाके परमप्रेमी, श्रीनगर, पुर्नियाके अधिपति,
साहित्यसरोज, कविकुलचन्द्र, कुमार श्रीकमला-
नन्दसिंह बहादुरके करकमलोंमें प्रसिद्ध
ग्रन्थकार जॉन स्टुअर्ट मिलकी 'लिबर्टी -'
नामक पुस्तकका यह हिन्दी अनु-
वाद सादर समर्पित हुआ ।
अनुवादक।