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पृष्ठ:हमारी पुत्रियां कैसी हों.djvu/१७२

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७-नारंगी- हार सिंगार के फूलों को पानी में प्रौटा कर उसमें कपड़ा रंग लो। फिर कुसुम तथा खटाई के पानी में रंग कर सुखा लो। ८-काही-- रात को पाव भर अनार के छिलके सवा सेर पानी में भिगो दो। प्रथम हल्के नील में रंग कपड़े को फिटकरी के पानी में डुबो सुखा लो। ९-सब्जकाही- पहिले कपड़े को हल्दी के पानी में रंग दो और खूब पकानो और फिटकरी के पानी में से निकाल सुखा लो। १०-केसरिया-- प्रथम मजीठ को पानी में उबाल कर रंग निकाल लो, इसके बाद अनार के छिलके तथा हार सिंगार की डण्डी, को साथ साथ पानी में भिगो रंग निकाल लो, पवं उक्त तीनों को मिला कपड़ा रंग लो। ११-काक रेजी- पतंग सवा पाव, महावर आध पाव, हिरमिजी और माजू, फल, दोनों मिला कर तीन छटाँक, इन सब को दो सेर पानी में श्रौटा कर छान लो और इसमें कपड़ा रंग लो। १२-खाकी रंग पक्का- आध पाव हरौं के चूर्ण को पाँच सेर पानी में आध घण्टे खौला कर सत बनायो, फिर उसमें कपड़े को दुबो दो। इसके