पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/६८

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[ ३५ गिरिपर-समपा होलपुर (बाराप)निवासी, गीतगोविंद मापा-चप्पणास कृत, नि० का Katलगमग पर्तमान। HOPE,लिकाH.tay विप्रा रहमत दे० (-४२) राधिका का यिहार 120 (-३२४) गिरिया-पोपाललास के पुत्र, यमारस गापास(मीव चिंतामणि-समहका महास, वि० प्रपा मंदिर क महत, वाम समदायक सत्र, पण परिष यर्मन। यह प्रयकई कविरों की HODE झगमग पर्तमामा कपिता का कषितामोसम (11) मं0-1800 तक। गीत रघुनन्दन समाविका दीका सहित महा मुरराम मी मानव (अ-६३) पकविमापसिंहदेव स्वामिल का. स. go पिक अमुमारास त गीत रघुनधन गिरिधर (मिराय)-माम का० स० १७७० प्रमातिका पररीका । दे० (क-४४) गणा पमुमा के मध्य माग में किसी फान में | गीव शमय-महाराज उविवनारायण सिंह रप० दिसमकारा सिंहष रुस लि.का. किपा (प-१९७) स २६०० वि०हनुमान स्तुति दे० (-१०६) गिरिपर (गास्वामी-अनुनाथ गावामी क गीघ्र समा-पृषीसिंह राणा कत, यि एप्प पराज, मिसमाप के पुत्र मा निवासी। संबधी गीतों का संग्रह १० (-) मुदत्ते मुकलो(-1) गीव पापा-तुलसीदास कतपरसु प्रसिर गिरिपर मह-गौरीहर (पाँ) निपासी, १० गोसामी मुलसीदास माह वि० भीमद्भागवत 1 के खगभग पतमाना जाति प्राक्षण। गीताका मागनुपाव । दे० (6-18) सामगिन्ध दे० (८-१) गीवापली (पूर्व)—महाराज पिशनापसिंह मुष्र्णमाला (-1) करा, निकास कि० मीरामद भावारा १०(4-३८ सी) जी का यथ, बिहार और प्रोग्योपुरी सी गिरिपरलाल जी (गोस्वामी)-पालकपदास गोमा का पर्यम १०(८-११५) के गुण नारस निवासी यसम पुस के ये गीतापली रामापण-गोम्दामी मुलसीदासकता सं०12-180.चखामग पतमान। लि.कासे०VE वि.नोवाम एमापन की कथा का वर्णम । (-०) गिरिधारी-म. 1944 लगभग पतमाम गीवासार-पनवास मसब समेही हवा निक पगापमपुत्रा प्रा००१६०वि०मगपतगीताकासापंग मति मायाम्प६० (ज-६४) ६०(८-३०४) गीन-मसम रुत, EिRO KE थि० गोनों का संग्रा-रामा पत्रमाल हत) वि० रामा राम-महिमा 10 (८-२०६८) समाप्रेमगीत । ३. (4-२२) .