पृष्ठ:हिंदी कोविद रत्नमाला भाग 1.djvu/१०२

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(१)विधा कोनीय (२)भारत-प का इतिहास भाग से अनुयादित (३) शमशाद सीसन नाटक (१)स: संगुल नाटक (५) हिंदी कागारय पार रासेलस (अनुवाद इनके यो मा पंडित मदनमोहन मा भी पच्छ लेखा उन्होंने हिंदी महाभारत लिया था और इसके सिवाय छोटी पुस्तकें भी लिखी थी जिन सत्र में से लोकनीति पर नीय पुस्तक है। पंडित केशयराम मह पक सुचरित्र पुरुष थे। ये बड़े चिच, शांत स्यभाय, स्पष्टयता, मिलनसार पार निरनिनानी इनका देहांत हुप प्रमी थोड़े हो यर्ष हुए हैं।