पृष्ठ:हिंदी कोविद रत्नमाला भाग 1.djvu/१३३

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(२४) पंडित राधाचरण गोस्वामी । डित राधाचरण गोस्वामी जी गौड़ ब्राह्मण हैं । जन्म- तिथि फाल्गुन कृष्ण ५ संवत् १९१५ तारीख २५ फ़रवरी सन् १८५९ ई है। इनके पिता का नाम धीगोस्वामी लल्लू जो था। ये वृंदावन में श्रीराधा- रमण के मंदिर के गोस्वामी संप्रदाय के आचार्य थे। संवत् १९२१ में गोस्वामी राधाचरण जो का कर्णवेध संस्कार हुआ पार उसी समय से इनका विद्याध्ययन प्रारंभ हुआ। इनको माता स्वयं पढ़ी लिखी थी । अस्तु, जो कुछ ये गुरु जी से पढ़ते थे उसे वे स्वयं सुन लिया करती थी परंतु संवत् १९२३ में जब इनका देहांत हो गया तो ये अपने पिता के समीप रहने लगे। कार्यवशात् जहाँ जहाँ इनके पिता को बाहर जाना पड़ता वहाँ ये भी उनके साथ जाते पर इससे इनके पढ़ने लिखने में किसी प्रकार को बाधा नहीं पड़ी। संवत् १९२७ में इन्होंने नियमित रूप से संस्कृत का अध्ययन प्रारंभ किया । पहिले इन्होने व्याकरण और कुछ काव्य पढ़ा और फिर श्रीमद्भागवत और अपने गोस्वामी संप्रदाय के धर्म-ग्रंथ पढ़े - संवत् १९३० में जब कि आप फ़र्रुखाबाद में पंडित उमादत्त जी के पास कौमुदी पढ़ते थे तब यहाँ के गवर्नमेंट स्कूल में शहर के संस्कृत विद्यार्थियों की परीक्षा लो गई। उसमें ये भी साम्मलित थे। अतएव यहां अंगरेजी शिक्षा का प्रभाव और परीक्षा का ढंग देख कर इन्हें अँगरेजी पढ़ने का चाय हुआ। इन्होंने फ़खाबाद के जिला-स्कूल में अपना नाम लिखा लिया। यह समाचार पाकर