पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग 10.djvu/५

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संकेतिका [ उद्धरणो मे प्रयुक्त संदर्भग्रथो के इस विवरण मे क्रमश ग्रथ का सकेताक्षर, प्रथनाम, लेखक या सपादक का नाम और प्रकाशन के विवरण दिए गए हैं ] " अरस्तू का काव्यशास्त्र, डा. नगेंद्र, लीडर प्रेस. इलाहाबाद, प्र० स०, २०१४ वि. अर्चना, प० सूर्यकात त्रिपाठी 'निराला', कला- मदिर, इलाहाबाद अर्थशास्त्र, कौटिल्य (५ खड), संपा० पार० शाम शास्त्री, गवर्नमेट याच प्रेस, मैसूर, प्र० स०, १६१६ ई० मर्घकथानक, सपा० नाथूराम प्रेमी, हिंदी ग्रंथ रत्नाकर कार्यालय, बंबई, प्र० स० मष्टांगयोग सहिता प्रष्टागयोग सहिता" प्राधी, जयशकर' प्रसाद, भारती भंडार, इलाहावाद, पचम सं० प्राज की अतर्राष्ट्रीय राजनीति, रामनारायण यादवेंदु, आर्यावर्त प्रकाशन मदिर, पटना, 3 अंधेरे अंधेरे की भूख, डा. रागेय राधव, किताव महल, परस्तू० इलाहाबाद, प्रथम सस्करण अबिकादत्त (शब्द०) अधिकादत्त व्यास अर्चना प्रकवरी० मकबरी दरबार के हिंदी कवि,रा० सरजूप्रसाद मर्थ पग्रवाल, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ, सं० २००७ अखबार 'प्राज' दैनिक, वाराणसी अपं० पखिलेश (शम्ब०) अखिलेश कवि अग्नि मग्निशस्य, नरेंद्र शर्मा, भारती भडार, इलाहा- पष्टाग (शब्द०) वाद, प्र०सं० प्रष्टाग प्रजात० मजातशत्रु, जयशकर प्रसाद, १६वा से० पाँधी परिणमा परिणमा, पं० सूर्यकात त्रिपाठी 'निराला', युग मदिर, उन्नाव ग्रा०प्र०रा० प्रतिमा प्रतिमा, सुमित्रानंदन पत,, भारती - भडार, इलाहाबाद, प्र०सं० अधखिला (शब्द०) पघखिला फूल (उपन्यास), अयोध्यासिंह माकाश उपाध्याय अनामिका अनामिका, प० सूर्यकात त्रिपाठी 'निराला', माचार्य प्र० स० अनुराग अनुरागसागर, सपा० स्वामी युगलानद बिहारी, पात्रेय धनु- वेंकटेश्वर प्रेस, बबई, प्र० स० क्रमणिका (शब्द०) अनुराग चाग (शब्द०) अनुराग बाग आदि० अनेक (शब्द) अनेकार्थ नाममाला अनेकार्थ भनेकार्थमजरी और नाममाला, सपा० बलभद्र माधुनिक प्रसाद मिश्र, युनिवर्सिटी प्राव इलाहाबाद मानदधन (पशब्द०) स्टडीज, प्र० स० प्रा० रा० शुक्ल अपरा अपरा, प० सूर्यकात त्रिपाठी 'निराला', भारती पाराधना भसार, लीडर प्रेस, प्रयाग प्रपलक अपलक, बालकृष्ण शर्मा 'नवीन', राजकमल मा प्रकाशन, प्र० स०, १९५३ ई० मायं भा०, प्रा०मा० अभिषप्त अभिशप्त, यशपाल, विप्लव कार्यालय, लखनऊ, पार्यो १९४४ ई० ममिट० ममिट स्मृति, महावीरप्रसाद द्विवेदी, लीडर प्रेस, इलाहाबाद, १६३० ई० मपृतसागर (शब्द०) अमृतसागर इंद्रा० भयोध्या (शब्द०) मयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिमोभ' घाकाशदीप, जयशकर प्रसाद, भारती भंडार, इलाहावाद, पचम सं० प्राचार्य रामचद्र शुक्ल, चद्रशेखर शुक्ल, वाणी वितान, वाराणसी,प्र० स० आत्रेय अनुक्रमणिका प्रादिभारत, अर्जुन चौवे फाश्यप, वाणी विहार, बनारस, प्र० स०, १६५३ ई० आधुनिक कविता की भाषा कवि प्रानदघन मालोचक रामचद्र शुक्ल धाराधना, सूर्यकात त्रिपाठी 'निराला', साहि- त्यकार समद, इलाहाबाद, प्र०सं० पा, सियारामशरण गुप्त, साहित्य सदन, चिरगांव, झांसी, प्र० स०,१९८४ वि० मार्यकालीन भारत मार्यों का पादिदेश, सपूरनिद, भारती भठार, लीटर प्रेस, इलाहाबाद, १६६७ वि०, प्र० स० इद्रजाल, जयशकर प्रसाद लीडर प्रेस, इलाहा- घाद, प्र. स० इद्रावती, सपा० श्यामसुदरदास, ना० प्र० सभा, वाराणसी, प्र०सं०