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{ १-७५) । ।
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| ' ० हिन्दी की उत्पत्ति हिन्दी को विकास प्री कृत और हिन्दी कुरुजनपद की जनभाषा
- खड़ी बोली' नाम ।
खड़ी-बोली की विशेषताएँ खड़ी-बोली का परिकार हिन्दी की विकास-पद्धति हिन्दी में स्वकीय तथा परकीय शब्द नागरी लिपि और लिखावट हिन्दी राष्ट्रभाषा के रूप में भारतेन्दु का उदय हिन्दी का परिष्कार हिन्दी की प्रकृति व्याकरण और भाषा व्याकरण की कहानी प्रकृत ग्रन्थ के संबन्ध में हिन्दी के विकास की सारी है।
5 4 - % ६ पूर्वाद्ध ( ७७-३८३ ) प्रथम अध्याय व्याकरण और शब्दानुशासन' शब्द ••• ७७-११०