पृष्ठ:हिंदी शब्दानुशासन.pdf/४२७

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( ३८२) पूर्व वाक्य हेतु' है, उन्तर वाक्य के 'दिल दुखने' का ।। | तुम ने जो कुछ कहा, उस से लोगों ने तुम्हें बड़ा लोभी समझा ।” वैसा कहना ‘ज्ञापफ हेतु' है। उस से लोभी होने का ज्ञान हुआ । जो कुछ तुम ने किया, संसार में बहुत ही बुरा समझ जाएगा ।” पूर्व वाक्य उद्देश्य है, उत्तर वाक्य विधेय' है । 'तुम्हारा वह सब करना बुरा समझा जाए गा’ यह मतलब } बह सब करना उद्देश्य और उस का बुरा समझा जाना' विधेय है। इसी तरह सब समझिए; कोई गूढ़ तत्व नहीं है। छात्रों को अनावश्यक जटिल' वाक्य दे कर उन का व्यय विश्लेषण कराना एक खिलवाड़ भर है। इस से दिमागी परेशानी बढ़ती है और भाषा-संबन्धी कोई विशेष ज्ञान मिलता नहीं है ।