पृष्ठ:हिंदुई साहित्य का इतिहास.pdf/४८६

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[ ३३१ थे। यही बड़ी रचना छः प्रधान भागों या खण्डों में विभक्त है । जिनमें शीर्षक तथा विवेचन की दृष्टि से निम्नलिखित विषय हैं : १- ‘बैरग्य' - तप २. ‘मुमु’—इच्छा रहित साधु ३. ‘उत्पति'-अजन्म होना ; ४ स्थिति’—कर्त्तव्य के अनुसार व्यवहा; ५, उपशम’-वेय ; ६. ‘निर्वाणमुक्ति, दो भागों में विभक्त है । हीरामन' लोकप्रिय गीतों के रचयिता हैं जिसका एक नमूना ब्राउटन कृत ‘पौप्यूलर पोयट्री ऑब दि हिन्दूज', ४० ७७ में पाया जाता है । हुकूमत राय कायस्थ जाति के एक प्रसिद्ध वैद्य हैं जिन्होंने अनेक दोहरे, कवित्त, तथा अन्य हिन्दी कविताएं लिखी हैं। वे दिल्ली प्रान्त में अरीयाबाद के निवासी थे ।...(उर्दू रचनाएँ ) हेमंत पन्त एक यजुर्वेदीय ब्राह्मण थे, जो दक्खिन में देवगीर या दौलता-- बाद के निवासी थे, और जिनकी मृत्यु १२०० शकसंवत् में हुई। उनकी कधि चरित्र में उल्लिखित लेवन पद्धति’ - लिखने को रीति-शीर्षक हिन्दी रचना है। १ भा० 'तोता’ .२ मा० ‘शासनआदेश' 3 भा० ‘भारतीय ऋतु’