पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/३२

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समालखा-असालंगोटा, जमालखा-बादशाह शाहजहाँ एक सेनापति । दिलीम , जमालगोटा-कहते हैं। तामिल और मलयों निर्वलम् हर साल खुशरोज नामका एक स्त्रियोका मेला लगता तेलगूमैं नेपालवितया, ब्रह्ममें कनको और अरबमें इसे था। इस मेलेमें बादशाहका परिवार तो खरीददार और | बतू या हब्बु मसलातोन कहते हैं। इसका अंग्रेजो नाम शहरको तमाम उच्च महिलाएं बेचनेवाली होती थीं। Purging Croton है। स्वयं बादशाह मा इस मेलेमें उपस्थित हो कर महिला इसका पेड़ १५से २० फुट तक चा होता है। भोके पास वीजें खरीदते थे। यह भारतमें सर्वत्र पोर मलका वध सिंहल आदि ___एकबार इम मेलेमें सम्राट जहांगोरके पुत्र शाहज देशों में भी उपजता है। इसका फल देखनमें, नारङ्गीको हाने एक परमसुन्दरी महिलाके पास जा कर पूछा तरहका पौर आकारमें सुपारी जैसा होता है। इस "आपके पास कोई और चीज बेचनेको रही है या नहीं। फलसे जुझाबको भांतिका कड़ा और कपाययुक्त एक इस पर उस सुन्दरीने इन्हें एक साफ मिसरोकी डली प्रकारका तेल भी निकालता है। यह तेल बहुत हो दिखा कर कहा-"यह चीज बेचनेके लिए बचो है, तीक्ष्य भौर दस्तावर होता है। इसकी कुछ बूदें पेटमें इसकी कीमत एक लाख रुपये है।" पाइनहाने उसी पहुंचते ही पेट पुल कर साफ हो जाता है। इससे कठिन समय एक लाख रुपये दे कर उस मिसरीको उलोको कोठवध, उदरो, संन्यास, पक्षाघात और' तो क्या रोगो खरीद लिया और उनकी बात चीतसे खुश हो कर उन्हें एक बूद दवा भी नहीं लोल सकता, उसके भी लगा नेश-भोजनके लिए निमन्त्रण दिया। युवराज के निमन्त्रण देने से थोड़ी देर पोछे फायदा मासूम पड़ने लगता है। की वह उपेक्षा न कर सकौं। अनुरोध करनेसे उन्हें पहले यहांसे जमालगोटेका तेल वितायत भेजा जाता 'राजभवन में तीन दिन लग गये। इसके उपरान्त जन व था। यहां प्राधा मेर तेल बनाने में कुल ) पाने पैसे घर गई, तो उनके स्वामी जमालरान उन्हें पली रूपसे खर्च होते थे। किन्तु विलायत जा कर यही रेल ५) में ग्रहण नहीं किया । यह सुन शाहजहान माद हो कर | आधो छटाक विकताथा। इतने पर भी लोग जुभा उन्हें हाथोके रतले दबानेका हुक्म दिया । जमालखा चोरोसे मिलावटो तेल बेचते थे, आखिरकार विलायतम ने पकड़े जाने के बाद अपनी प्रत्यु त्पन्नमतित्व प्रभाव इसका प्रचार विल्कुल बन्द हो गया। किमो के मत-- शाहजहासे मिलने की प्रार्थना की प्रार्थना मन र हुई । इस पौधेको नई लकड़ी और पत्तियों से भी थोड़ा बहुत भाजहकि साममे जा कर जमालखाने कहा-"युवराजने | तेल निकाला जा सकता है। अनुग्रह कर भातिनपूर्वक जिस नारोका सम्मान बढ़ाया | जमालगोटेका बोजया तेल बड़ी सावधानोमे व्यव. है. में किस तरह उनके साथ सहवास कर सकता है?" हार किया जाता है, इसका रस चमड़े पर लगते हो इस पर युवराजने खुश हो कर उन्हें पालिङ्गानपूर्वक दश वहाँ फलक पड़ जाते हैं। ठण्डे से कफ जमने पर छातों हजार भखारीही सेनाका अधिनायक बना दिया। उता . पर वाधप्रयोग करनेसे उसी समय यह विजष्टरका काम महिलाका नाम पमन्द बान था, येही शाहजहांकी : करता है । वाद्यप्रयोगमें यह धर्म प्रदाहकारो और अति अलमो हो कर ममताज नामसे प्रसिद्ध हुई थीं। उत्तेजक होता है। इसके तेल में जलनिःसारक गुण विशेष . ताजमहल देखो।। है। जमालगोटे (फल)का छिलका किसोके मतसे जमातगोटा (दि० पु०) एक पौधा या पौधेका फल (Cror | जहरीला है। पहले हिन्दूचिकित्सक जमालगोटेका तेल ton Tiglinm)। इसके संस्कृत पर्याय ये हैं-जयपाल, व्यवहार करते थे या नहीं, इसका कुछ विशेष प्रमाण सारक, रेचक, तिन्तिड़ोफल, दन्तीवोज, घण्टिमीज, नहीं मिलता। परन्तु यह नियित है कि, इसका फल मलद्रावि, वीशरचन, जपान, कुम्मोवीज, कुम्भिनौवीज, दूधके साथ उबाल कर या कण्डे परसुलगा कर व्यवहत घण्टावीज मिकुम्भवोज, गोधिनीवीज और चक्रदन्ती. होता था। वीज । मराठो, नेपाली और गुजराती भाषामें भी इसे जमालगोटा बहुत हो थोड़ा काममें लाना चाहिये।