पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/४५८

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जनीया-जेन्ताक ४१३ गिजा रोमनिट मम्प्रदायको ममर्पण कर दिये गये।। ममय मी मिनिम का प्रादुभाय नहीं पाया-जेनीमा - १८४२१०म शेनेभाम जो सामनपणानो स्थापित हुई हो पायात्य जगतका मयं येउ वाणिज्यकेन्द्र था। ची, यही प्रय सफ धान है। १८००६ में अनेक जनोपान युटिम नदो किमारे पतमे मजबूत गिर्जा पोर गष्ट्रको पृथक कर दिया गया था। चन्दर वनयाप घे। पदि जव मिनिमका पभ्य श्य जेनेभा क गौने एक बड़ा मागे गान्ति मन्दिर | मा. सम पद नामे में मोपाको ममि xER करने 'बनवा दिया है,निमम येठ कर समाई येठ रामनिक पत्ता गण युरोड शाम विषयमें पानोचना करते समा मध्ययुगमें नोपाके माधार मोगाम सभात- देशके योमिवाम माम्बी पोर मामिह भी एक बार में यंगीयों का झगड़ा पा करता था, जिममे दोनों ओर त गान्ति बैठक में बुलाए गये थे। विदेगी मेनापतिको मधास्य बनाने के लिए बाध्य होत जेनोपा-टनो का एक प्रदेश पोर प्रधान बन्दा । ममुद्रा थे। घोर उन विदेगियों पर नगरका गागरमार पर के दोषमे मोपा नगर यहा पवमरम मगता है। करते घे। परन्तु पायर्य रमपातका है कि सना यहाँ मध्ययुगको मतमी मुन्दर पहानिकाएं हैं। । विवाद विमम्बाद होने पर भी जमकी यानिजामक्षिका इम बन्दरको उत्कृष्टताको देख कर पनुमान होता हाम न पा था। कि जिम ममयमे टिरेनियन :मुद्र में गमनागमन १८०१ में गिगोयाके में मिनिमो मोगों में प्रारम्भ पा था, उमी मायमे जनमाधारण इममे परि- मेनोपाको इस तरह पहाड़ा था कि फिर टनोम चिहै। पोफोंने रमके विषय में कुछ उजनहीं। साधान्य नाम न कर सका । ९५यीं गताग्दों के पन्त पौर किया किन्तु न.पू. पर्ष गताब्दीको पक समाधि १८वों गताप्दी के प्रारभ जनोपा मारमी नायिक यहा मिनी जिममें पनुमान होता है कि पोकामे भी कोनम्यमको प्रतिमामे परिका पारित पाया! य, विनम्न पिा नहीं था। जेनु या नामुकी। १५२८९०में पान्द्रिया डोरियाने अनोपामें जो गामन. तरहका पाकार धोनमे इसका माम जनोपा पड़ा है। प्रपालो प्रयतितकीयो. या फरामीमो विपके माय भाभे २१६ वर्ष पहले यशरोमन नोग पाये, सकंपचाहन पी। और उम ७ वर्ष बाद कजधारियों ने इसका ध्वम | १०४६६ में पियामेनायमै पराजय के बाद जनोपाने रिया था। परन्तु कुछ दिन बाद गेमने पुम: रमकी पष्ट्रियाको पाप्मममम क्यापोन्नियनने मेनोपा मनिटा की। प्रायोका कमा, कि प्राचीनकालमे हो। लिगुरिया गणतन्त्र नाममे एक मगराष्ट्रको प्रतिष्ठा की। जेनीपाम नाही, चमड़ा, गट पादिको बागी तथा किन्तु १८.०१. बाद दमका पस्तित्व मी रहा। पनि तन चौर नायकी भामदनी होती थी। रोमन १८१४ मा यिनियमटिको चनामे पा मामा म बाट इमकी अवम्या अन्याय देगीको कर नोपान फरामोमियो कि पधारप किया मानि गोसमीय सो गायो। कमो मापौर कमी था। जोमेक मारमिनीका जन्म मोपाम पापा, कामिनियमोके पाक्रममे या ध्वस्त होता था। जो कि एटमोके नयागी राष्ट्रीय एकता प्रतिभाता जिम ममय पायको गवजापत शशिने युरोप पधिकार है। नोंकी कोपिगमे मोपाटमोरामा पार करना प्रारम्भ किपा, ममम मोपार्क देग-लिपि पास गा उममें पाया पदनाम लिए पचाए। वोमा (म.पु.मधिय या रोगी जीरका पित मताप्दो वीमा माय गुम हो कर मोपान मारि पादिको निशान निए मगर मीना नियामे मुमनगान गरिको विकास करमा चारा मानेको एक किया। मत्री माधारयता म नं मार्डिनिया पर कसा भी होगा किन्नु शिम . माविश्य रमरिता पर निया- एपंग मार दोनों महारोगाम मीशी मोजार मानेर मिय, ने Vol. I. 101