पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/४८८

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जैनधर्म ४३८ 'ग्यारह एये, यथा-विजापतापोठिम, परिय, अय, शिमीको गुमराण पर घाफ मोपेमे पाये भेन, मागमेन, मिशा, तिपेप. विजयमेन, बुद्धिमान, ए मुनियों मे मिकी मि और शिमोजी पन्द्र गटेष पोर धर्म मेन वा धर्मदत्त। नर्ममे १८३२ मा की। योत गरे। . इस प्रकार उ ममता मुनि मदों का प्रयतन करने मन्सर २२० वर्ष भीना मीता नपत, स्याम, यामे वापरान पानाय के निणी गरे। नई पाना हममेन (ध्र दमेन ) पोर कमाघार्य के पांच पयात् योमावन्दि मुनि प्रयतो हुए। रहोने भी अपि ग्यारह पा माता हुए । इनके बाद ११८ यथे। पपूर्व भानका भमा मानि प्रकार दिया। सपा भीतर ममुद्र, पायभद्र, भयका चोर मोहाचार्य ये सौराष्ट्र देग गिरिनगरके निrz उसयमागिरिया धार प्रापि पाचाराव गायके परम विहान एए । न गिनार पर्वतको चन्द्रगुफाम निवास करमेयाने योधर ममय तक (पांत्योपनियांणके ए८३ वर्ष बाद तक) मेन याचाए। हमको प्रयापीय परामुन पहचानको मत्ति रही। बम, रमके बाद कालदीपमे परम वनुक चराय' महाकम प्राभलका माना । उमकी पत्ति विलुग हो गई। मादम हो गया था कि, "पर हम पचममा सभाम लोहाचार्य के बाद विनयधर, योटा, गियदा पोर| अधिक शाम्तन पौर कोई भो न होगा।"मों में यह पाई। ये पार पागतीय मुनि प्रावधानों कुछ विचार कर कि यदि को प्रययन किया गया तो भाग ताए । इनके बाद पूर्व देग वोट पहनपुर | शुतका पिट होगा, एक अपना सारा देत- योपामिनहामुनि भवती एएओ पार्वजानके। देगक पातटाकपुरक नियामी महामधिमागामो कुक पोके शाता थे। ये महामुनि प्रमारणा, धारचा. मुनियों के निकट एक पवा । पवामुमार दोनोर. विहिपादि ये क्रिया पनि निरमार तत्पर. uatग | हि मुनि योधरमेनाचार्य के पाम पाये । पाचागने भी मिमित्त-शाम साता चीर मुनि-मरके गामक । एन् योग्य ममा कर गमतिथि, म नसा पोर एम पनि पाचार्य ने एक दिम गुगप्रतिकारके समय मुहर्त में गापाका थाप्लान करना प्रार दिया। मुनियोंमे पूछा-"म मुनि पा गये।" ममियों ने उत्तर मुनिष्य भी पानण त्याग कर पध्ययन करने मगे। फुड दिया-"भगवन् ! हम मय पपने पपने मामहित पा दिन बाट पापाद पता गोको विधिपूर्वक पध्ययन गये।"इम पायी पपने महम मुनियों की निजत्वयुद्ध ममापा । देवनि प्रमाही वर दोन मुनिका प्रकट हुई। जिममे पायाय याने नियय कर लिया कि पुप्पदा पौर भूतमि नाम दिया। मोटिन म कनिकामी जैनधर्म भिव भिव गोवे पक्षपात बोधरनामार्य में पपनी माय निकटयो जाग नम

ठार मगा, हामीन भावगे नहीं। ऐमा यिधार कर दोनोगियों को फोर भेज दिया।

मों में गुफामे पाये हुए मुनियों में मे किमीको मन्दि कुछ दिन पाई ये टोमो मुनि करहाट मगा । पोर किमीको वीरममारकही। पमोक्रयाटिकामे पाये| बायोपुष्पदा मुनिमे अपने मागणे जिननिरी एप मुनियो मम दिमोकी मंत्रा पपगाषित पीर किमी देगा। जिनगानितने मिनदोसामा प्रिमशानियो को दिया पवम्त पो मे पाये १५ मुनियो ममे हिमोको माय में योपुष्पदमा यनवाम ग प मा भूत मजा मेन पोर किमोकी भन्दः महापात्पनीरत्तों है। अनिद्राविड़ देग माग नगर में पदोमो / Rm मात्र पारिए मुनियों ना शिमोकी गुणधर पोट गया। पनहार भूतबनिन दारोग पुरकों लको गोरमीने रिया भी निगा । मEिETAIT सोडविगिर पारिको Ramit धमधार पर समापौर सिमराम नामक रहेपाकोम मारे पार माया मातः ३ मा समारो ममाम शिEE मार बामाता २२.-जावरणात, पाय, साल, माम देशमा