श्री:
श्रीगोस्वामी किशोरीलालजी महाराज की लिखी कति अन्यान्य पुस्तकें।
(१) जङ्गनामा (ऐतिहासिक काव्य) यह देखने ही योग्य है। मूल्य।।।)
(२) नाट्यसम्भव (नाटक) इस नाटक में यह दिखलाया गया है कि नाटक की उत्पत्ति क्यों कर हुई। नाटक-प्रेमियों को इसे अवश्य ही पढ़ना चाहिए। नाटक-रचयिताओं को इससे अच्छी सहायता मिल सकती है। मूल्य ।=)
(३) होली वा मौसिमबहार। इस पुस्तक में गाने के उत्तमोत्त पद हैं। गान विद्या के प्रेमियों को इस पुस्तक का संग्रह अवश्य करना चाहिए। मूल्य।=)
(४) सुजानरसखान। कविवर रसखानजी की कविता को जिन्हे रसास्वादन करना हो वे इसे अवश्य ही देखें इसमें के एक एक शब्द हृदय को प्रफुल्लित करनेवाले हैं। मूल्य।=)
(५) सावनसुहावन। वर्षाऋतु में जिन्हे गाने-बजाने का आनन्द लेना हो, वे इस पुस्तक को अपने पास रखलें। मूल्य।=)
(६) प्रेमरत्नमाला। प्रेम के उत्तमोत्तम १०९ दोहे देखने से ही आनन्द मिल सकता है। मूल्य।=)
(७) प्रेमवाटिका। कविराज रसखानजी की दोहावली इसमें के एक एक दोहे अनमोल हैं। मूल्य=)
डाकव्यय अलग देना होगा।
मिलने का पता-
श्रीसुदर्शन-प्रेस, वृन्दावन(मथुरा)