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पृष्ठ:Duhindisyllabus2022.pdf/१०४

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इकाई—4 (9घंटे) > शब्द-शक्ति: अभिधा, लक्षणा, व्यंजना > अलंकारः शब्दालंकार- अनुप्रास, यमक, श्लेष, वक्रोक्ति अर्थालंकार-उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा, अतिशयोक्ति > छंदः समवर्णिक- सवैया, घनाक्षरी सममात्रिक – चौपाई, हरिगीतिका अर्द्वसममात्रिक - बरवै, सोरठा विषमसममात्रिक –कुंडलिया, छप्पय सहायक ग्रंथ: 1. रस-मीमांसा-आचार्यरामचंद्र शुक्ल, काशीनागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी । 2. साहित्य-सहचर-आचार्यहजारीप्रसाद द्विवेदी, नैवेद्य निकेतन, वाराणसी। 3. रस-सिद्धांत डॉ. नगेंद्र, नेशनलपब्लिशिंगहाउस, दिल्ली । 4. भारतीय काव्यशास्त्र की भूमिका ( भाग 2 ) - डॉ. नगेंद्र, ओरियंटलबुकडिपो । सेमेस्टर - IV आधुनिक हिंदी कविता (छायावाद तक) Core Course-DSC11 Course title & Credits Credit distribution of the course Eligibility Pre-requisite Code Lecture Tutorial Practical criteria of the course हिं 4 3 1 0 कविता हिंदी के साथ 12वीं उत्तीर्ण NIL (छायावाद तक) (DSC11) पाठ्यक्रम का उद्देश्य (Course Objective): 1. आधुनिक हिंदी कविता के उद्भव और विकास का परिचय कराना । 2. खड़ी बोली कविता के बनने और विकसित होने की रचना-प्रक्रिया से परिचित कराना । 3. छायावादी कविता संबंधी आलोचनात्मक बहस और परिचर्चाओं का परिचय देना । पाठ्यक्रम अध्ययन के परिणाम ( Course Learning Outcomes): 1. तदयुगीन परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में आधुनिक हिंदी कविता की समझ विकसित हो सकेगी। 2. स्वाधीनता संग्राम के परिप्रेक्ष्य में हिंदीभाषा के भाव बोध की निर्मिति से परिचित होंगे । 3. कविताओं के वाचन, लेखन, व्याख्या, विश्लेषण आदि की समझ विकसित हो सकेगी। 97 46