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पृष्ठ:Duhindisyllabus2022.pdf/१०८

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सेमेस्टर - IV हिंदी लोकनाट्य Elective Course -DSE4 Course title & Credits Credit distribution of the course Eligibility Code हिंदी लोकनाट्य (DSE 4) Lecture Tutorial Practical criteria Pre- requisiteof the course 4 3 1 0 हिंदी के NIL साथ 12वीं उत्तीर्ण पाठ्यक्रम के उद्देश्य (Course Objective): 1. विद्यार्थियोंकोभारतीय लोकनाट्य साहित्य और लोक-परंपरा का अवलोकन कराना । 2. लोक-जीवन और लोक-संस्कृति की जानकारी देना । 3. हिंदी लोकनाट्य शैलियों के प्रति रुचि विकसित करना । पाठ्यक्रम अध्ययन के परिणाम (Course Learning Outcomes): 1. लोकनाट्य की समग्र भारतीय परंपरा का परिचय प्राप्त होगा । 2. विविध प्रादेशिक लोक-नाट्य रूपों के स्वरूप की जानकारी प्राप्त होगी । 3. आधुनिक हिंदी रंगमंच के संदर्भ में विविध लोकनाट्य रूपों के प्रयोगधर्मी स्वरूप की समझ विकसित होगी। इकाई - - 1 लोकनाट्य : अवधारणा, स्वरूप और विकास (12घंटे) → परंपरागत एवं आधुनिक लोकनाट्य का इतिहास (भरतमुनि प्रणीत नाट्यशास्त्र के पूर्व से मध्यकालीन तथा आधुनिक मिश्रित प्रयोगधर्मी स्वरूप तक) इकाई - 2 (12घंटे) >> प्रमुख लोकनाट्य रूपों का संक्षिप्त परिचय : रासलीला, रामलीला, सांग, नौटंकी, ख्याल, माच, बिदेसिया । इकाई - 3: पाठपरक अध्ययन (12 घंटे) > नलदमयंती - सांग (लखमीचंद) इकाई—4 : पाठपरक अध्ययन (9 घंटे) > राजयोगी भरथरी - सिद्धेश्वर सेन पंडवानी, 101