पृष्ठ:Gyan Kosh vol 1.pdf/१८०

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ह्यू साम्राज यह तेरी स्त्री हो तो तुम वरह हो. यह तो सड़क पे रहेती है हे राजा यह तेरा पलेँवाली करलेने वाली यह बोलने पाप न=जाने पर चीराज=कल रहा है मंट्ृीयूं की तरह जिस तारह जिस किसी ने चाहे स्त्री को वो पाप हैं दिर्शित परिशित होकर जुड़वा गये है किय किया हो उस पर बहुत अत्यार होता है जिस तरह पूच हटाया जाता है उसी तरह य्र=अर भी लाओटेया जयरेगा बेटा जिस तरह बाप के पास जाता हैं वैसे ही तुम भी जाओ . धोके से रूठ मस्त जस्न॥॥॥॥