पृष्ठ:Hathras Case judgment.pdf/१०१

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

101

47. 101 थे और पीडिता के साथ सन्दीप के सम्बन्ध उसकी (मोहित ) दोस्ती से भी पुराने थे। दिनांक 31.10.2020 को मैंने अमन राणा का बयान अंकित किया था। अमन राणा ने मुझे अपने बयान में बताया था कि सन्दीप और पीडिता के बीच लगभग दो साल पहले से करीबी सम्बन्ध थे और यह बात पूरे गाँव को पता है। मुझे अमन राणा ने यह भी बताया था कि मुझे और सबको इन दोनों के सम्बन्ध में बारे में तब पता चला जब सन्दीप, पीडिता से मिलने के लिये उसके घर में चला गया था और पीडिता के घर वालों को पता चलने पर वे सन्दीप के घर शिकायत करने के लिये गये थे। दिनांक 26.10.2020 को मैंने तनिष्क भारद्वाज का भी बयान अंकित किया था, जिसने अपने बयानों में मुझे बताया था कि सन्दीप का पीडिता से सबसे ज्यादा लगाव था तथा सन्दीप ने अपने घर से सोने के कुण्डल चुराकर पीडिता को शापिंग करायी थी । तनिष्क ने यह भी बताया था कि मेरे ( तनिष्क भारद्वाज) के सामने उसने एक सोने का छोटा सा ओम भी बेचा था, जिससे वह पीडिता को गिफ्ट दे सके। तनिष्क ने यह भी बताया था कि सन्दीप को एक बार उसके पापा ने पीडिता के चक्कर में बहुत मारा था । मेरे द्वारा की गयी विवेचना के अनुसार पीडिता व सन्दीप के घटना के पहले से शारीरिक सम्बन्ध थे और यह भी विवेचना से आया कि पीडिता के घर वालों ने सन्दीप से सम्बन्धों को लेकर उसकी पिटाई भी की थी। मेरी विवेचना में भूरी सिंह के बयानों में यह आया है कि वादी पक्ष द्वारा इस घटना में पहले एक नाम तत्पश्चात् तीन नाम एवं अन्त में चार नाम कमशः बढाये गये हैं। मेरे द्वारा लिये गये गवाहन के बयानों में यह भी आया है कि प्रथमतः छेडखानी / जबरदस्ती तत्पश्चात् बलात्कार की घटना बतायी गयी है । पी0डब्लू0-35 सीमा पाहूजा विवेचनाधिकारी / अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सी०बी०आई० एस०सी०बी० चंडीगढ़ ने अपने सशपथ बयान में कथन किया है कि इस प्रकरण में सी०बी०आई० ए०सी०बी० गाजियाबाद द्वारा केस रजिस्टर्ड करने के बाद विवेचना के लिये मुझे सौंपा गया था। विवेचना के लिये मुझे सी0बी0आई0 के अन्य अधिकारियों का भी सहयोग मिला, जिन्होंने बतौर सहायक विवेचक मेरे द्वारा बताये गये कार्य को किया तथा सम्बन्धित केस डायरी काटी एंव बतौर टीम के सदस्य कार्य किया । दौरान विवेचना मैंने प्रथम सूचना रिपोर्ट संख्या आर. सी. 5एस / 2020 प्राप्त होने के बाद अपनी विवेचना प्रारम्भ की। प्रथम सूचना रिपोर्ट की मूलप्रति पत्रावली पर कागज संख्या 43 / 1 लगायत 43/8 के रूप में उपलब्ध है, जिस पर एच०ओ०बी० रघुराम राजन के हस्ताक्षरों की शिनाख्त करती हूँ, जिन्हें आज 'A' बिन्दु से चिन्हित किया गया । प्रथम