पृष्ठ:Hathras Case judgment.pdf/१०८

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108 जिसका उपयोग घर के सभी सदस्य करते थे तथा पीडिता भी करती थी। यह सही है कि तहरीर प्रदर्श क-1 में पीडिता के साथ छेडखानी एवं बलात्कार के सम्बन्ध में कोई आरोप नहीं लिखा हुआ । वादी द्वारा प्रदर्शक – 1 में यह लिखा हुआ है कि उसकी बहन चिल्लाई थी तथा उसकी मॉ रामा देवी ने आवाज लगायी कि मैं आ रही हूँ। यह सही है कि प्रदर्शक-2 पर वादी के द्वारा पुलिस अधीक्षक हाथरस को दिये जाने के सम्बन्ध में तारीख का स्थान रिक्त है और इसमें यह भी अंकित है कि गले में फंदा लगा होने के कारण मेरी बहन की आवाज ही नहीं निकल पायी। मैंने प्रदर्शक – 1 में सतेन्द्र से पीडिता के द्वारा चिल्लाने वाली बात तथा प्रदर्श क-2 में गले में फंदा लगा होने के कारण आवाज न निकल सकने वाली बात के सम्बन्ध में पूछा था तथा जाँच भी की थी । पत्र प्रदर्श क-2 एस०पी० कार्यालय में दिनांक 22.09.2020 को डायरी संख्या - 2315 से दर्ज है। डायरी की प्रविष्टि के अनुसार, यह प्रार्थना पत्र प्रदर्श क - 2 दिनांक 22.09.2020 को प्राप्त हुआ है। इसमें चार अभियुक्तगण नामित हैं तथा दो-तीन अज्ञात व्यक्तियों का उल्लेख है, जो घटना में सम्मिलित हैं। प्रदर्श क-2 के अनुसार, घटना में संलिप्त अभियुक्तों की संख्या 06-7 होती है। यह सही है कि दौरान विवेचना, यह बात मेरे संज्ञान में आ गयी थी कि वादी मुकदमा सतेन्द्र को घटना के बारे में सबसे पहले छोटू ने उसके घर पर आकर बताया था। सतेन्द्र ने प्रदर्श क-2 में यह लिखा है कि छोटू ने ही प्रार्थी के घर आकर उक्त घटना के बारे में अवगत कराया और कहा कि आपके घर की लडकी मेरे खेत में निर्वस्त्र आपत्तिजनक स्थिति में अतिगम्भीर बेहोशी की अवस्था में पड़ी हुई है। यह सही है कि छोटू से जानकारी मिलने के बाद ही वादी मुकदमा सतेन्द्र घटनास्थल पर गया था और घटनास्थल से रिपोर्ट दर्ज कराने के लिये थाना चन्दपा गया था। प्रदर्श क-2 में यह भी अंकित है कि “रीढ की हड्डी फैक्चर है तथा जीम को काटा है, पूरे शरीर में चोटों के निशान हैं ।" यह सही है कि चिकित्सीय प्रपत्रों के अनुसार गले की चोट के अलावा पीडिता के शरीर पर कोई अन्य चोट नहीं थी । प्रदर्श क-2 में यह भी लिखा है कि "पीडिता प्रार्थना पत्र देने की दिनांक को आई०सी०यू० में भर्ती है ।" यह सही है कि पीडिता के चिकित्सीय प्रपत्रों (एनिसथिसिया नोट) के अनुसार उसे दिनांक 22.09.2020 को समय 09:30 पी. एम. पर आई०सी०यू० में शिफ्ट किया गया था। मैंने प्रदर्श क – 2 के प्राप्ति के सम्बन्ध में तत्कालीन एस०पी० विकान्तवीर का भी बयान दर्ज किया था, उन्होंने बताया था कि वादी दिनांक 22.09.2020 को उनके कार्यालय में आया था तथा प्रार्थना पत्र दिया था, जिसे उन्होंने सी0ओ0